Thursday, April 18, 2024
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Monthly Archives: April, 2017

श्री सुरेश प्रभु ने लिखा नया इतिहास

भारतीय रेलवे ने नई रेल लाइन, दोहरीकरण इत्यादि से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य के लिए एक विस्तृतएक्शन प्लान बनाया। वर्ष के दौरान 2855 कि.मी. नई रेल लाइन, गेज परिवर्तन तथा दोहरीकरण के कार्य को पूरा किया गया है, जो एक साल में किये गये निर्माण कार्य का उच्चतम स्तर है।

आलू के बारे में क्या जानते हैं आप!

इतिहास में आलू की पैदाइश दक्षिण अमरीका के पेरू में बताई जाती है, सुदूर बोलीविया में भी आर्कियोलॉजी के अन्वेषण में आलू के चिन्ह मिले, जहाँ तकरीबन 10000 वर्ष पूर्व से इंका इन्डियन इस कन्द को उगाते थे, १५वीं सदी में जब स्पेन ने पेरू पर हमला किया और वहां काबिज़ हुए, तो उनका आलू जैसे पौष्टिक कन्द से परिचय हुआ, और यही से इस आलू का सफर शुरू हुआ जो पहले योरोप पहुंचा और फिर अफ्रीका और एशिया, जहाँ तक भारत की बात है तो यह आलू सत्रवहीं सदी में पुर्तगालियों द्वारा भारत लाया गया,

राम नाम की महिमा से चमत्कृत थे अंग्रेजी राज में कोलकोता के न्यायमूर्ति जॉन वुड्रॉफ

भारत में ‘राम धुन’ आयोजन लोकप्रिय है। नाम-जप और मंत्र-जाप यहाँ की प्राचीन ज्ञान पंरपरा का अंग है। डाकू रत्नाकर का ‘मरा-मरा’ से ‘राम-राम’ कहते हुए महान ऋषि में बदल जाने की कथा कोई पौराणिक कल्पना नहीं। उस का मर्म ही राम नाम की महिमा है, जिसे कोई जिज्ञासु आज भी प्राप्त कर सकता है। इस के लिए हिन्दू होना जरूरी नहीं। मुसलमान भी इस से वही लाभ उठा सकते हैं।

ब्लू माउंटेंस-एक फिल्म ही नहीं, सन्देश भी

आज रिलीज होने वाली ग्रेसी सिंह-रणवीर शौरी अभिनीत ब्लू माउंटेंस महज एक फिल्म नहीं बल्कि बच्चों के नाम एक संदेश है। ऐसा संदेश, जो इस तनावपूर्ण माहौल और हर पल आगे आने की होड़ के बीच बच्चों की जिंदगी बदल सकता है। नन्हे-मुन्ने बच्चे हमारे देश की जनसंख्या का बहुत बड़ा हिस्सा हैं, उनकी भावनाओं एवं समस्याओं को लेकर इनके लायक फिल्में बहुत कम बनती हैं। लेकिन इसके लिये फिल्म के निर्माता के साहस की प्रशंसा की जानी चाहिए। प्लाजा पीवीआर में प्रीमियर शो के अवसर पर ब्लू माउंटेंस की पूरी टीम के साथ दिल्ली के जाने माने हस्तशिल्प निर्यातक और ब्लू माउंटेंस के निर्माता राजेश जैन पूरे उत्साहित थे। आज की तनावपूर्ण जिंदगी में हर बच्चे से मां-बाप ने इतनी उम्मीदें लगा रखी हैं कि कामयाबी से कम उसे कुछ मंजूर नहीं।

विज्ञापन में एअरटेल के झूठे दावे

साल 2016 में भी भारती एयरटेल के ओपन नेटवर्क वाले विज्ञापन पर सवाल उठाए गए थे, जिसमें कंपनी ने दावा किया था कि वह पूरे नेटवर्क को सार्वजनिक करने वाली पहली कंपनी है, लिहाजा सबसे अच्छी है विज्ञापन पर दूरसंचार ऑपरेटर भारती एयरटेल के साथ भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) की रस्साकशी नई नहीं है। शुक्रवार को देश के सर्वोच्च नियामक ने ग्राहक आधार पर देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी को फास्टेस्ट नेटवर्क का दावा करने वाले अपने विज्ञापन में सुधार लाने को कहा है। यह तीसरा मौका है जब एएससीआई ने भारतीय एयरटेल को विज्ञापन में सुधार करने को कहा है।

ओम माथुर होंगे राजस्थान के मुख्य मंत्री, वसुंधरा केंद्र में जाएंगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत जल्द अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संसद के मॉनसून सत्र के उत्तरार्ध के 12 अप्रैल को खत्म होने के तुरंत बाद पीएम मोदी ये बदलाव कर सकते हैं। मोदी कैबिनेट में बदलाव की उम्मीद तो सभी को है लेकिन इस बाबत जो नाम मीडिया में सामने आ रहे हैं वो चौंकाने वाले हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जगह ले सकती हैं। सुषमा की तबीयत पिछले कुछ समय से नासाज रही है।

बाबा जगुरूदेव के करोड़ों हड़प लिए सपा के एक मंत्री ने

धर्म गुरु बाबा जय गुरुदेव की मृत्यु से जुड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जय गुरुदेव ट्रस्ट के प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष कुंवर रामप्रताप सिंह ने गुरुदेव की मौत की जांच की सीबीआई से जांच की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश

स्वयं पर किया जो विश्वास तो नई ऊँचाईयों के फासले नहीं खास…

नई दिल्ली। हमारे देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है और इन प्रतिभाओं का कोई सानी नहीं है। लेकिन मंच और अवसरों के आभाव में ऐसी प्रतिभायें पीछे रह जाती हैं एवम् इनकी कला आवाम के समक्ष नहीं आ पाती। इस आभाव को ध्यान में रखते हुए उत्कृष्ट युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नृत्यांगना भाविनी मिश्रा

गिलगित-बाल्टिस्तान : पाकिस्तान और चीन का षड्यंत्र

पाकिस्तान सरकार गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान का 'पांचवां प्रांत' घोषित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज की अध्यक्षता में गठित एक कमेटी ने रावलपिंडी सरकार को ऐसी सलाह दी है। गिलगित-बाल्टिस्तान जम्मू-कश्मीर के उस हिस्से में है

गाय की रक्षा पर बहस क्यों ?

वैदिक काल से ही भारतीय संस्कृति में गाय का विशेष महत्व है. दुख की बात है कि भारतीय संस्कृति में जिस गाय को पूजनीय कहा गया है, आज उसी गाय को भूखा
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