Thursday, April 18, 2024
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Monthly Archives: September, 2017

चीनी पत्रकार ने नूरी फिल्म का गाना गाया

भारत-चीन को लेकर भले ही तनाव की खबरें मीडिया में आती रहीं हों, लेकिन चीनी भारतीयों की संस्कृति और भाषा पंसद करते हैं इसमें कोई दो राय नहीं। चीन के श्यामन में सोमवार को ब्रिक्स सम्मेलन का आगाज हुआ, लेकिन इस सम्मेलन में एक अनोखी चीज भी देखने को मिली।

‘सेल’ ग्रामीण बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगा

भारतीय इस्‍पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) की 45वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए सेल के अध्‍यक्ष श्री पी.के. सिंह कंपनी के परिचालन के हर क्षेत्र में किये गये अनेक प्रबंधन प्रयासों की मदद से इस वित्‍तीय वर्ष (2017-18) से कंपनी के कार्य प्रदर्शन में सुधार आने के बारे में आश्‍वस्‍त थे।

संघ की बैठक में पाँचवी पंक्ति मे बैठे थे अमित शाह

भारत की वर्तमान राजनीति में वो पावर हाउस बने हुए हैं। सत्ता उनके इर्द-गिर्द घुमती है। पीएम नेरन्द्र मोदी के वो सबसे बड़े विश्वासपात्र हैं। देश पर शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी उनके नेतृत्व में वर्चस्व के शिखर पर है।

पाठकों को बाँधने की ग़ज़ब की टेक्नीक का इस्तेमाल किया है डॉ. मुकेश कुमार ने

साहित्य गंभीर होता है। शायद यही वजह है कि साहित्य के पाठक कम होते हैं। पत्रकारिता की शैली में पठनीयता होती है क्योंकि यह समाज-देश की घटनाओं पर तथ्यात्मक तौर पर आधारित होती है लेकिन इसमें तात्कालिकता अधिक होती है।

अथ गौरी लंकेश कथा और कर्नाटक में हुए हत्याकांड

वामपंथी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद देश में जिस प्रकार का वातावरण बनाया गया है, वह आश्चर्यचकित करता है। नि:संदेह हत्या का विरोध किया जाना चाहिए। सामान्य व्यक्ति की हत्या भी सभ्य समाज के माथे पर कलंक है।

है चैनल के मूर्खों ऐसे सवाल पूछने पर तुम्हें जरा भी शर्म नहीं आती

गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युमन की निर्मम हत्या से पूरा देश आहत है। हर तरफ दुख का माहौल है।

हिंदी के दुश्मन, हिंदी की कमाई खाने वाले

हिंदी सांस में है, पानी में, पहाड़ में, खेत में, सेल्फी में, शहर में, देहात में। इसलिए जाहिर है कि हिंदी की धमक मीडिया में भी है। 90 के दशक में जब निजी मीडिया भारत में दस्तक दे रहा था, मुझे देश के पहले निजी चैनल– जी टीवी का हिस्सा बनने का मौका मिला।

पर्यटन क्षेत्र में तेजी से बढ़ोत्तरी

अन्य क्षेत्रों में तेजी से हो रही प्रगति के साथ-साथ भारतीय पर्यटन क्षेत्र भी अब निश्चत रूप से तेजी से आगे बढ़ रहा है। "अतुल्य भारत" के रूप में वर्णित अनेक तीर्थ स्थलों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ हमारा देश धीरे-धीरे प्राकृतिक सौन्दर्य वाले अनेक स्थानों, विशिष्ट वातावरण और अनेक अन्य आकर्षणों के साथ लोकप्रियता हासिल कर रहा है।

पाखंडियों के आगे जब सरकारें और नेता हाजरी लगाते हैं

गुरमीत राम रहीम प्रकरण में ऐसे अनेक पहलू उभरे जिन पर गहन चर्चा आवश्यक है। पूरे देश के मानस को टटोला जाए तो इस प्रकरण को लेकर आपको आंतरिक उबाल दिखेगा। लोेगों को साफ लग रहा है कि जो कुछ नहीं होना चाहिए था

सरकारी और असरकारी हिंदी की यात्रा

14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1949 में इसी तारीख को संविधान सभा ने एक लंबी और सजीव बहस के बाद देवनागरी लिपि में हिंदी को भारतीय संघ की राजभाषा के रूप में अपनाया था। भारतीय संविधान के भाग XVII के अनुच्छेद 343 से 351 तक इसी विषय के बारे में है।
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