Friday, March 29, 2024
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Monthly Archives: February, 2018

अब हिंदी भी बोलेगा गूगल

गूगल ने शुक्रवार को यह खबर दी है कि इसका डिजिटल असिस्टेंट सॉफ्टवेअर इस साल के अंत तक 30 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध होगा। गूगल, ऐमजॉन और अन्य कंपनियों के मुकाबले अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को मजबूत करने की कोशिशों के तहत ऐसा कर रहा है।

कांचि कामकोटि पीठ के शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती की महासमाधि

कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वती का बुधवार को 83 साल की उम्र में निधन हो गया। जयेंद्र सरस्वती काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह 82 वर्ष के थे। शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती हिंदू धर्म के बड़े गुरु, कांची कामाकोटि पीठ के पुजारी और 69वें शंकराचार्य थे। वे 1954 में शंकराचार्य बने थे। इससे पहले 22 मार्च 1954 को चंद्रशेखेंद्ररा सरस्वती स्वामीगल ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। उस वक्त वो सिर्फ 19 साल के थे। उनका जन्म 18 जुलाई 1935 में तमिलनाडु में हुआ था। पीठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का पद पर आसीन होने से पहले का नाम सुब्रमण्यम था।

शमशाद कृष्ण बनकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश दे रहे हैं

भोपाल। 'इस जीवन का मात्र एक ही सत्य है और वो है मृत्यु। जब इस बात को हम जानते ही हैं तो इंसान मौत से डरता क्यों हैं? जीवन की अटल सच्चाई से भयभीत होना वर्तमान खुशियों को बाधित करता है, इसलिए किसी भी प्रकार का डर नहीं रखना चाहिए।" ये उपदेश भले ही आज से हजारों साल पहले श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिए थे, लेकिन आज भी इनकी सार्थकता बरकरार है। गीतोपदेश की इसी सार्थकता को भगवान कृष्ण के रूप में राजस्थान के अलवर से आए मुस्लिम परिवार के युवक शमसाद दर्शकों को रूबरू कराते है, वहीं 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत" का संदेश भी देते हैं।

प्रेम से मनाएं होली

होली का पर्व प्रेम और ख़ुशी का प्रतीक है और इसको समाज व मन में फैली गंदगी को साफ करने के तौर पर मनाया जाना चाहिए। होली पर लड़ाई-झगड़े, हिंसा और अभद्रता से दूर रहें और इसे प्रेम पूर्वक मनाएं. होली पर स्वास्थ्य संबंधी ध्यान भी रखें.

श्रीदेवी बेटियों के लिए छोड़ गई 247 करोड़ की संपत्ति

श्रीदेवी अपनी बेटियों के लिए करीब 247 करोड़ की संपत्ति छोड़ गई है उनकी संपत्ति में बोनी कपूर के लिए कुछ नहीं है। 90 के दशक में जब सभी बड़ी हीरोइनें 50 से 60 लाख रुपये फीस पाती थीं, तब श्रीदेवी एक करोड़ रुपये लेती थी। वह बॉलीवुड की पहली महिला सुपरस्टार के रूप में स्थापित हुई। अपने दौर में फिल्म इंडस्ट्री में कमाई करने वालीं हीरोइनों में वह शीर्ष पर रहीं। चार साल की उम्र में अभिनय का शुरू हुआ सफर चार दशक तक चला।

पत्रकार नीलाभ मिश्र का निधन

वरिष्ठ पत्रकार नीलाभ मिश्र का शनिवार सुबह चेन्नै के एक अस्पताल में निधन हो गया। चेन्नै के अपोलो अस्पताल में नीलाभ का इलाज चल रहा था। नीलाभ मिश्र नैशनल हेरल्ड के एडिटर-इन-चीफ थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीलाभ मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

गुब्बारे ख़तरनाक हो सकते हैं

नई दिल्ली. होली के दौरान बच्चों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले गुब्बारे खतरनाक साबित हो सकते हैं और इससे आंखों या सिर तक को गंभीर नुकसान हो सकता है। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल के मुताबिक अधिकतर सिंथेटिक रंग आंखों या त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं। घर में तैयार किए जाने वाले रंग हमेशा बेहतर होते हैं। रसायनिक रंगों में भारी धातु जैसे सीसा हो सकती हैं और ये आंख और त्वचा के लिए हानिकारक होते हैं। अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या जो भारी धातु की वजह से होते हैं उनमें स्किन एलर्जी, डर्माटाइटिस, त्वचा का सूखना या चैपिगं, स्किन कैंसर, राइनाइटिस, अस्थमा और न्यूमोनिया शामिल हैं।

ऐसी होली तो अब इतिहास हो गई

प्रसिद्ध लेखक उपन्यासकार अमृतलाल नागर की सुपुत्री श्रीमती अचला नागर, जो स्वयं भी निकाह, बाबुल, आखिर क्यों, बागबां जैसी चर्चित फिल्मों और साथिया जैसे सुपरहिट धारावाहिक की लेखिका हैं, से इस बारे में बात की, तो वे हंसते हुए बोलीं, ‘जिस घर में हर दिन होली मनती हो, उस घर के बारे में क्या बताऊं। बाबू जी (नागर जी) हर सुबह शाम ठंडाई बनाते थे। वह भी पूरे समारंभ के साथ। खुद सिल पर भांग, बादाम, मुनक्के और केसर डालकर पीसते थे। फिर बा (उनकी पत्नी) उनके सामने बड़ा सा छन्ना लेकर बैठती थीं और वे दोनों मिलकर कभी दूध और कभी आम के रस में छानते थे। शाम का समय हुआ तो बाबू जी के कोई ना कोई साहित्यिक मित्र भी इस आयोजन का भाग बन जाते थे। होली पर तो लखनऊ की साहित्यिक बिरादरी जमा होती थी। बा उस दिन स्वयं श्रीखंड बना

केंद्रीय विद्यालय में कक्षा एक में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीयन 1 मार्च से

केंद्रीय विद्यालय में कक्षा एक में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीयन 1 मार्च सुबह 8 बजे से 19 मार्च शाम 4 बजे तक किया जाएगा। कक्षा दूसरी से ऊपर (कक्षा 11 को छोड़कर) 2 अप्रैल सुबह 8 बजे से 9 अप्रैल शाम 4 बजे तक पंजीय

होली पर भांग से सावधान रहें

भांग की वजह से दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है जिससे मस्तिष्क को नुकसान हो सकता है. साथ ही गर्भवती महिलाओं में भ्रूण पर असर हो सकता है। हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. के के अग्रवाल के मुताबिक भांग से मनोवैज्ञानिक ओर कॉग्नीशन व सर्कुलेशन पर असर होता है। यूफोरिया, एंजाइटी से होने वाले बदलावों के चलते याददाश्त और साइकोमोटर परफार्मेंस पर भांग लेने के बाद सामान्य असर से तीन गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
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