Thursday, April 25, 2024
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Monthly Archives: August, 2021

कहानी स्वतंत्रता से एक वर्ष पूर्व कीः कैसे षड़यंत्र हुए हिंदुओं के खिलाफ़

गांधी जी दंगों के बाद कलकत्ता आये, और एक वर्ष तक दंगों को शांत करने का प्रयास करते रहे, उनकी प्राथना सभा में सुहरावर्दी भी उनके साथ रहा करता था। जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा

शादी में नहीं आए मेहमान तो दुल्हन ने भेज दिया 17700 रुपए का बिल

चालान में लिखा है कि शादी का रिसेप्शन नेग्रिल, जमैका के एक रिसॉर्ट रॉयलटन नेग्रिल में हुआ था। भेजे जा रहे बिल में लिखा था: "नो कॉल, नो शो गेस्ट।"

करोड़ों की ठगी के उस्ताद सुकेश चन्द्रशेखर कैसे लूटता था लोगों को

200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्ट्रेस से सोमवार को पूछताछ की गई. एनडीटीवी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि फर्नांडिज इसी रैकेट का शिकार भी हुई हैं.

इंसान के दिमाग की तरह दिखता है ब्रह्माण्ड

शोधकर्ताओं ने इन तरीकों का अध्ययन किया जिससे न्यूट्रॉन और गैलेक्सी के जाल एक दूसरे से जुड़े होते हैं. यहां पर भी उन्होंने काफी समानता पाई.

पश्चिम रेलवे द्वारा अपने ओलम्पिक विजेताओँ का सम्मान

श्री कंसल ने महालक्ष्मी स्पोर्ट्स ग्राउंड में फिट इंडिया फ्रीडम रन 2.0 में पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा और कार्यकारिणी सदस्याओं,

लोकल ट्रेन में यात्रा कर महाप्रबंधक ने यात्रियों से जाना फीडबैक

बाद में महाप्रबंधक ने विद्युत प्रशिक्षण केंद्र (ETC) का निरीक्षण किया और जूनियर इंजीनियरों एवं मोटरमैनों की चल रही कक्षा में शामिल विद्यार्थियों के साथ बातचीत कर उन्हें अचम्भित किया।

भारत का मिशन काबुलः कितना ्मुश्किल था काबुल में फँसे भारतीयों को वापस लाना

अब रोजाना सबसे पहले भारतीयो को गैराज में इकठ्ठा किया जाता है भारतीयों को इकठ्ठे करने का यह काम रात दिन चलता है इसके लिये भारतीय अधिकारी खुद अपनी गाड़ी लेकर उस स्थान में

कृष्ण भारत का अतीत भी है और भविष्य भी

मनुष्य के मन ने सदा चाहा कि वह चुनाव कर ले। उसने चाहा कि स्वर्ग को बचा ले और नर्क को छोड़ दे। उसने चाहा कि शांति को बचा ले, तनाव को छोड़ दे।

श्री कृष्ण के संपूर्ण व्यक्तित्व में ही भारत के संकटों का समाधान है

कोविड जैसी वैश्विक महामारी एवं उसके दुष्प्रभावों के इस कठिन कालखंड में उनके ''कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन'' संदेश की महत्ता एवं प्रासंगिकता और बढ़ गई है।

क्या सच में पीएम मोदी ने भारत को बेच दिया?

प्रत्येक भारतीय को किसी भी व्यक्ति की तुलना में "राष्ट्र पहले" पर विचार करने की आवश्यकता है, भले ही वह हमारे देश का प्रधान मंत्री क्यूँ ना हो।
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