Friday, March 29, 2024
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Monthly Archives: September, 2021

चार उपचनाव तय करेंगे शिवराज जी का भविष्य?

नेतृत्व परिवर्तन की यह लाइन भाजपा शासित कई राज्यों में बड़े फेरबदल के बाद मध्यप्रदेश में कितनी जरूरी.. तो कब कैसे आगे सामने आएगी..

केंद्र सरकार और राजभाषा विभाग में हिंदी वालों की कोई सुनवाई नहीं

संदर्भ- 19 जनवरी 2018 की शिकायत सं- DCOYA/E/2018/00084, 2 अगस्त 2019 की शि. सं. DCOYA/E/2019/01762, 19 नवंबर 2019 की शि. सं. DCOYA/E/2019/02713,

समाज की धड़कन को स्पंदित करने वाली कहानियाँ

इस रचनात्मक उपक्रम में कला की सूक्ष्मताएँ कब यथार्थ की खुरदुरी हथेली थाम लेती हैं और कब यथार्थ की नुकीली धार कला के बारीक उपकरण का स्वरूप हासिल कर लेती है, पता ही नहीं चलता।

भारत की धरती से उठी आवाज, बालश्रम खत्म करने में ‘सामाजिक सुरक्षा’ बनेगा कारगर हथियार

इस अवसर पर कम आय वाले देशों में सामाजिक सुरक्षा के कार्यों और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए वैश्विक सामाजिक सुरक्षा कोष बनाने की मांग की गई।

पंडित दीनदयाल जी की सोच किसी भी राष्ट्र को एक नई दिशा दे सकती है

उनका दर्शन काल्पनिक एवं वायवीय नहीं, यथार्थपरक एवं व्यावहारिक है। हिंसा, कलह एवं आतंक से पीड़ित मानवता के लिए उनका दर्शन एक वैश्विक वरदान है,

कलंकित इतिहास को गौरवशाली बताने वालों से सीधे सवाल

मंत्रियों और नौकरशाहों को खबर भी नहीं होगी। हो सकता है कि ये विभाग अगला वेबिनार इरफान हबीब या रोमिला थापर का प्लान कर रहे हों।

तकनीक एवं सहयोग का बेहतरीन नमूना

हैप्टिक के एक प्रवक्ता ने कहा, 'लोगों को चैटबॉट चलाने में कोई बाधा नहीं आए इसके लिए लोग चौबीस घंटे काम कर रहे हैं।

परम्परा और धर्म

इन्हें अलग कर के समझना भारत के परिपेक्ष में मुश्किल इसलिए भी हो जाता है क्योंकि यहाँ तो साहित्य में भी कई जगह धार्मिक कथाएँ मिलती हैं।

‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत पश्चिम रेलवे पर ली गई जीवनदान और श्रमदान की शपथ

श्री ठाकुर ने बताया कि स्‍वच्‍छता पखवाड़े के अंतर्गत रेलवे कर्मचारियों और यात्रियों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करने के लिए महाप्रबंधक ने चर्चगेट स्‍टेशन परिसर में आयोजित

केंद्रीय हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कारों की घोषणा

केन्द्रीय हिदी संस्थान द्वारा वर्ष 2018 के लिए 12 श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए देश -विदेश के 26 महत्वपूर्ण रचनाकारों की घोषणा माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान के अनुमोदन व केन्द्रीय हिंदी
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