Monthly Archives: December, 2021
सपा को जिन्ना का समर्थन कहीं भारी न पड़ जाये
बहरहाल सुपर महागठबंधन और अपनी तथाकथित मुस्लिम तुष्टिकरण और जातिवाद के बल पर बीजेपी को घेरने में कितना सफल रहते हैं यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।
विज्ञान को चुनौती देता प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा का दस्तावेजः वैदिक संपत्ति
वैदिक संपत्ति के लेखक हैं पंडित रघुनंदन शर्मा और यह पुस्तक आज से 84 वर्ष पहले 1932 में लिखी गई, परंतु इसकी विशेषता यह है कि इसमें जो बातें लिखी और कही गई हैं,
कोरोना : डरने, डराने का नहीं, सम्हलने का वक्त है
मनोज कुमार - 0
यह सूचना राहत देती है कि कोरोना की आहट के पहले ही चिकित्सा व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली गई है लेकिन इसकी वास्तविकता को जांचना भी जरूरी है।
अतीत के सच का सामना
जैसे ही रश्मि कमरे से बाहर जाने को हुई, राकेश ने कहा "मैडम कुछ कहना था..." रश्मि ने कहा "जल्दी बोलो मुझे घर पर काम है। जल्दी जाना है"।
ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन, अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सम्मान घोषित
हिन्दी की वरिष्ठ कथाकार, कवयित्री, संपादक डॉ. सुधा ओम ढींगरा तथा उनके पति डॉ. ओम ढींगरा द्वारा स्थापित इस फ़ाउण्डेशन के यह सम्मान इससे पूर्व उषा प्रियंवदा, चित्रा मुद्गल, ममता कालिया, उषाकिरण खान, महेश कटारे,
किसान, आंदोलन माफिया और सरकार
मात्र 4 सालों में जब अमेरिका की अर्थव्यवस्था का भट्टा बैठ गया और टैक्सवेयर विरोध में उतर आए अमेरिका की पूरी एक नामी गड़बड़ होने लगी तब जाकर इस फैसले को वापस कर लिया गया
आईआईएमसी के विद्यार्थियों द्वारा प्रकाशित लैब जर्नल ‘दौर-ए-जदीद’ का विमोचन
आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन में भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता का खास योगदान रहा है। इसमें उर्दू पत्रकारिता अग्रणी रही है।