Monthly Archives: February, 2022
ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता : डॉ. त्रिवेदी
'चुनाव सुधार' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा दुनिया के कई देशों में निर्वाचन कार्य कराया जाता है। इन चुनावों में भारत की ईवीएम का भी उपयोग किया जाता है।
कब्र पूजा – मूर्खता है या अंधविश्वास
इतिहास की पुस्तकों कें गौरी – गजनी का नाम तो आता हैं जिन्होंने हिन्दुओ को हरा दिया था, पर मुसलमानों को हराने वाले राजा सोहेल देव का नाम तक न मिलना, क्या हिन्दुओं की हमेशा ही पराजय होती रही,
शब्द-शब्द आपके भीतर उतर आएगा ‘नर्मदा का सौन्दर्य’
पुस्तक का प्रकाशन मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल ने किया है। पुस्तक में 210 पृष्ठ हैं। नर्मदा यात्रा के वृत्तांत के साथ ही पुस्तक में अमृतलाल वेगड़ के खूबसूरत रेखाचित्रों को भी शामिल किया गया है।
गूगल में ‘सेंध’ लगाने वाले बिहारी युवक को गूगल ने दिया ईनाम
ऋतुराज शहर के मुंगेरीगज निवासी व्यवसाई राकेश कुमार चौधरी के बेटे हैं उसकी बग हंटिंग फिलहाल पी-2 के फेज में है. जैसे ही वह पी-0 पर पहुंचेंगे तो उसे गुगल इनाम भी देगी.
शुद्धि यज्ञ में अपने मुस्लिम कर्मचारियों को देखकर बिड़ला जी चौंक गए
इसी उत्साहमय वातावरण को अनुभव कर श्री घनश्याम दास बिड़ला जी भी अभिभूत थे । वह आर्य समाज का प्लाट भी उन्हीं की देन था जहां आज कुछेक पीढ़ी पूर्व दो भूले भटके परिवार अब अपने घर वापस लौट चुके थे ।
वीर बालक हकीकत रायः सिर कटवा दिया मगर इस्लाम स्वीकार नहीं किया
अंत में हकीकत ने कहा कि आप इस्लाम के न्याय की आड़ में अत्याचार करते होऔर पीड़ितों का गला घोंटते हो। खुद तो आप नीति सिंद्धांतों पर चलते नहीं और हम हिंदुओं को काफिर कहते हो।“
बजट राष्ट्र की प्रगति का दस्तावेज होता है
एमएसएमई क्षेत्र पर एक मजबूत फोकस, जो कि बड़ी संख्या में रोजगार सृजित करने वाला क्षेत्र है, नौकरी के अवसरों में वृद्धि करेगा; हालांकि, हमें जनसंख्या में अनियंत्रित वृद्धि का मुकाबला करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पारित करने के लिए अपनी आवाज उठानी चाहिए,
‘विश्वासघाती’ हामिद अंसारी के लिए देश से ज्यादा इस्लाम जरूरी
वह कहते हैं कि इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल के साथ हामिद शामिल हुए, उसका ट्रैक रिकॉर्ड हर कोई जानता है। इसी का इस्तेमाल करते हुए हामिद ने भारत को अनाप-शनाप बोला।
सत्यार्थ प्रकाश का चमत्कारः नमाजी पंडित बन गया
फिर दोनों परिवारों में मधुर संबंध चलते रहे । सन 1981-82 तक दोनों परिवारों में सम्बन्ध बने रहे परन्तु उसके बाद संपर्क कुछ कम सा रहा ।
परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य बोध कराती है महाभारतम्
इस संस्करण के अध्ययन से निम्न प्रकरणों जैसे – क्या द्रोपदी का चीर खींचा गया था, क्या युद्ध के समय अभिमन्यु की अवस्था सोलह वर्ष की थी, क्या कर्ण सूत-पुत्र था, क्या जयद्रथ को धोखे से मारा गया, क्या कौरवों की उत्पत्ति घडों से हुई थी?