Friday, April 26, 2024
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Monthly Archives: April, 2022

राष्ट्रीय बनाम नकली विमर्श

इस प्रकार इन व्यक्तियों द्वारा भारत की अवधारणा, उसकी संस्कृति, सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने और सनातन धर्म को नीचा दिखाना इसके लिए विमर्श स्थापित किया। इसने हममें से कई लोगों का नकारात्मक तरीके से ब्रेनवॉश किया है,

आतंकवादियों के साथ भाई चारे के गीत गाने से कुछ नहीं होगा

समय आ गया है जब हमारे खुफिया तंत्र को और मज़बूत बनाया जाय और जिहादियों से निपटने के लिए कोई और कारगर योजना बनाई जाए।जिहादियों को प्रश्रय देने या फिर उनसे सहानुभूति रखने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाय।

वैश्विक स्तर पर पनप रहे आतंकवाद का हल केवल हिंदू सनातन संस्कृति में ही निहित है

इसकी शुरुआत राजस्थान के करौली से हुई फिर मध्य प्रदेश के खरगोन, कर्नाटक के हुबली, आंध्र प्रदेश के कुरनूल के होलागुंडा, उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के भगवानपुर के एक गांव, गुजरात के आणंद और हिम्मतनगर,

देश के लाखों विद्यार्थियों को पढ़ाया गया गलत इतिहास: प्रो. रघुवेंद्र तंवर

संगोष्‍ठी के प्रथम तकनीकी सत्र का विषय 'लोक माध्‍यम और भारत में स्‍वाधीनता संग्राम' था। इस सत्र को महर्षि वाल्‍मीकि संस्‍कृत विश्‍वविद्यालय, कैथल, हरियाणा के कुलपति प्रो. रमेश चंद्र भारद्वाज और आईआईएमसी में सह प्राध्‍यापक डॉ. राकेश उपाध्‍याय ने संबोधित किया।

गुरुदत्त विद्यार्थी : जिनकी पुस्तकें ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई जाती थी

उनकी पुस्तक ‘द टर्मिनॉलॅजि ऑफ वेदास्’ को आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की पाठ्यपुस्तक के रूप में स्वीकृत किया गया। उनके जीवन में उच्च आचरण, आध्यात्मिकता, विद्वत्ता व ईश्वरभक्ति का अद्भुत समन्वय था। उन्हें वेद और संस्कृत से इतना प्यार था कि वे प्रायः कहते थे

भारत के मार्क्सवादी इतिहासकारों के बौद्धिक घोटाले, अर्थात् इतिहास की हत्या…

इन इतिहासकारों का आगे का काम आसान हो जाता है. दूसरी तकनिक यह होती है कि जिस बात का कोई ठोस ऐतिहासिक प्रमाण न हो, मगर अपने काम की हो, उसे कुछ इस तरह प्रस्तुत करना जैसे पूरी दुनिया को यह पहले से ही मालूम हो और मानो सब को यह पहले से ही स्वीकार्य है!!

वैश्विक पारम्परिक औषधि केंद्र की भारत में स्थापना गेम चेंजर साबित होगी

यह चिकित्सकीय कार्य भारतीय पारम्परिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से सहज रूप से सम्भव बनाया जा सकता है। और, वैसे भी प्राचीन भारत का “चिकित्सा विज्ञान” बहुत उन्नत था। कुष्ठ रोग का पहिला उल्लेख भारतीय चिकित्सा ग्रंथ सुश्रुत संहिता, 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व, में वर्णित है।

राशीदा बनी गीता, हारून अब अरुण; यूपी में 2 परिवारों के 8 लोगों की ‘घर वापसी’

योग साधना यशवीर आश्रम में महंत स्वामी यशवीर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में आचार्य मृगेंद्र ब्रहमचारी ने वेद मंत्रों से विधि विधान से हवन-पूजन कराकर दो परिवारों के इन 8 सदस्यों की शुद्धि की। इनका कहना है कि उनके माता-पिता हिंदू ही थे,

करण जौहर के आने वाले शो का बहिष्कार की मुहिम तेज

करण जौहर अपने चैट शो 'कॉफी विद करण' चैट शो दर्शकों के बीच आने के पहले ही इसके बहिष्कार की मुहिम ने जोर पकड़ लिया है। करण अब सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें हैं कि 'कॉफी विद करण सीजन 7' का भी बॉयकॉट किया जा रहा है।

श्रीजगन्नाथपुरी में फलदायी अक्षय तृतीया का भव्य आयोजन 3 मई को

महाप्रभु जगन्नाथ के प्रदेश ओडिशा के घर-घर में अक्षय तृतीया व्रत तथा उसके अनुपालन की सुदीर्घ परम्परा रही है। नये सामाजिक तथा पारिवारिक रिश्तों का श्रीगणेश अक्षय तृतीया से होता है। नये शुभ कार्य,नये आवास,नये कारोबार,नई दुकानों,ब्रह्मचारियों के जनेऊ संस्कारों तथा यज्ञ आदि का शुभारंभ अक्षय तृतीया के दिन से ही आरंभ होता है।
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