Monthly Archives: September, 2022
सेवा और समर्पण के प्रतीक पुरुष ः संजय लाठ
भुवनेश्वर मारवाडी पंचायत की स्थापना में उनका योगदान अतुलनीय था। भुवनेश्वर गायत्री-परिवार से वे आजीवन जुडे रहे। जनसेवा और समाजसेवा उनका विशेष शौक था।
शिक्षक सम्मान, युवाओं को भारत के नवनिर्माण के लिए तैयार करें शिक्षकः बिरला
शिक्षक सम्मान समारोह में सरकारी व निजी स्कूल और काॅलेज के 20 शिक्षकों को तिलक और माला से शाॅल भेंट कर सम्मान किया गया।
अमन और भाईचारे का पैगाम देती डा. सिंघल की किताब – शहर काज़ी
नव नियुक्त क़ाज़ी - ऐ - शहर ज़ुबैर अहमद ने पुस्तक का अवलोकन कर इसे वर्तमान में रिसर्च स्कॉलर और पर्यटकों के लिय ज्ञानवर्धक बताते हुए कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस मौके पर शौकत अंसारी,अखलख अहमद एवं तबरेज पठान भी मौजूद थे।
हाड़ोती में पुरा संपदा कोलवी की प्राचीन बौद्ध गुफाएं
बौद्ध धर्म के प्राचीन अवशेषों की दृष्टि से राजस्थान के झालावाड़ जिले में स्थित बौद्ध गुफाएं महत्वपूर्ण अवशेष हैं।
हिंदी जगत के युग प्रवर्तक भारतेंदु हरिश्चंद्र
भारतेंदु जी के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी थी। उन्होनें देश के विभिन्न भागों की यात्रा की और वहां समाज की स्थिति और रीति नीतियों को गहराई से देखा। इस यात्रा का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा। वे जनता के हृदय में उतरकर उसकी आत्मा तक पहुंचे।
संजय प्रयोगधर्मी रंग साधक हैंः संतोष चौबे
मनोज कुमार - 0
भोपाल। संजय प्रयोगधर्मी रंग साधक हैं। उनकी पूरी यात्रा विविधता से पूर्ण है। यह बात शिक्षाविद संतोष चौबे ने श्री मेहता की नवीन नाट्य कृति "मरघटा खुला है" के विमोचन करते हुए कहा। श्री चौबे ने कहा कि संजय की यह कृति आध्यात्म से परिपूर्ण है।
सनातन हिंदू धर्म के अनुयायियों को भी मिले समान अधिकार
भारत में आज भी अरब के आक्रांता इसलिए याद किए जाते हैं कि उन्होंने बहुत बड़ी मात्रा में हिंदू मंदिरों को तोड़ा और या तो तोड़े गए इन मंदिरों की जगह मस्जिदें बना दीं अथवा इन मंदिर को तोड़कर छोड़ दिया गया।
डेरा सेवादारों ने दुर्घटना में अपाहिज हुए सोहन लाल को वाकर भेंट किया
सेवादार राजेन्द्र सिंह हाड़ा के अनुसार बूंदी जिले की तहसील केशोराय पाटन निवासी सोहन लाल विगत दिनों आकस्मिक दुर्घटना में पांव से लाचार हो गया।
तीन साल में सौ करोड़ की कंपनी खड़ी करने वाली चंदा की कहानी
ये कहानी है देश की जानी-मानी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी XP&D की फाउंडर चंदा सिंह की. XP&D दिल्ली, गुड़गांव और मुंबई स्थित एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है, जो माइक्रोसॉफ्ट, मर्सिडीज और टाटा मोटर्स से लेकर बीसीसीआई तक के लिए इवेंट ऑर्गेनाइज करने का काम करती है.
वेद और शूद्र ः भ्रम जो फैलाए गए
वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था प्रधान थी जिसके अनुसार जैसा जिसका गुण वैसे उसके कर्म, जैसे जिसके कर्म वैसा उसका वर्ण। जातिवाद रूपी विष वृक्ष के कारण हमारे समाज को कितने अभिशाप झेलने पड़े।