Tuesday, April 23, 2024
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Monthly Archives: November, 2022

53वें आईएफएफआई में फ्रांस के फोकस देश होने के साथ यह एक व्यापक फ्रेंच फिल्म अनुभव का समय है

निदेशक पियरे कोरे ने बताया, “कुत्ते और एक बच्चे के किरदार के साथ शूटिंग करना एक चुनौतीपूर्ण अनुभव था। मैंने बाल अभिनेता चुनने से पहले 2000 से अधिक बच्चों का ऑडिशन लिया था।”

लाईब्रेरीयन ऑफ दी ईयर राष्ट्रीयअवार्ड से सम्मानित होंगे डॉ.दीपक

इस पुरस्कार के लिए डॉ. दीपक का चयन 12 अगस्त 2021 को भारतीय पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ एस.आर. रंगानाथन की जयंती पर “नेशनल लाईब्रेरीयन डे” पर आयोजित स्मरणोत्सव : प्रोफेसर एस.आर.रंगानाथन मेमोरियल वेब-सिम्पोजीयम” मे चयन घोषणा की गई थी।

सिख हिन्दू एकता की मिसाल- गुरु तेग बहादुर जी ”हिन्द की चादर “बलिदान दिवस

संसार को ऐसे बलिदानियों से प्रेरणा मिलती है, जिन्होंने जान तो दे दी, परंतु सत्य का त्याग नहीं किया।

कांच की “सान शिल्पकला” में सिद्धहस्त शिल्पी अखिलेश बेगडी

शासक अपने महल मंदिर और प्रसादों को उत्कृष्ट वास्तुकला में ढालने के शौकीन रहे हैं। वे अपने राजमहलों की दीवारों को चित्रकला और प्रस्तर शिल्प से सजाने संवारने की होड़ में रहते थे।

‘थ्री ऑफ अस’, कोंकण क्षेत्र में स्थापित एक रिलेशनशिप ड्रामा है: निर्देशक अविनाश अरुण

गोवा में 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के मौके पर पीआईबी द्वारा आज आयोजित 'टेबल टॉक्स' के एक सत्र में मीडिया और फिल्म महोत्सव में पधारे प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए जयदीप अहलावत ने कहा, “फिल्म में दर्शाए गए भावों को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।

समान नागरिक संहिता: हिन्दू-हित या चुनावी प्रपंच?

हिन्दू समाज पिछले हजार सालों से एक सभ्यतागत युद्ध झेल रहा है। भाजपा-परिवार इस से बखूबी परिचित है। बल्कि इस तथ्य का इस्तेमाल कर, यानी हिन्दुओं को डरा कर ही सत्ता में आया है।

भारत एक कृषि आधारित देश है; हमारे संस्कार, मान्यताएं, जीवन पद्धति कृषि पर आधारित है

कन्नड़ फिल्म उद्योग में एक अभिनेता, निर्देशक और निर्माता ऋषभ शेट्टी के पास कई फिल्में जैसे उलिदावारु कंडांठे, किरिक पार्टी, कथा संगमा, रिकी जिनसे उन्हें उनके शानदार काम का श्रेय दिया जाता हैं।

ये लिव इन है या व्यभिचार

कुछ लोगों द्वारा खजुराओ की नग्न मूर्तियाँ अथवा वात्सायन का कामसूत्र को भारतीय संस्कृति और परम्परा का नाम दिया जा रहा है। जबकि सत्य यह है कि भारतीय संस्कृति का मूल सन्देश वेदों में वर्णित संयम विज्ञान पर आधारित शुद्ध आस्तिक विचारधारा है।

संविधान दिवस पर होगा मंजुल भारद्वाज रचित नाटक ‘गोधड़ी’ का मंचन

सांस्कृतिक वर्चस्ववाद के ख़िलाफ़ विद्रोह है मंजुल भारद्वाज रचित मराठी नाटक गोधडी !

डॉ दीपक एम्स ऋषिकेश में “एफ.एच.एस.एल.ए : लाईब्रेरीयन ऑफ दी यीअर” अवार्ड से सम्मानित होंगे

डॉ दीपक का नाम विश्व के सबसे बडे पुस्तकालय संगठन इफ्ला “वॉल ऑफ फेम” तथा देश के लब्ध प्रतिष्ठित शीर्ष 75 लाईब्रेरी प्रोफेशनल्स मे शुमार है ।
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