Friday, April 26, 2024
spot_img
Homeसोशल मीडिया सेचमत्कार से लोगों का ईलाज करने वाले 205 पादरियों की मौत कोरोना...

चमत्कार से लोगों का ईलाज करने वाले 205 पादरियों की मौत कोरोना से हो गई

205 ईसाई पादरियों की कोरोना से मौत… जीसस के चमत्कार का दावा करके धर्मांतरण करवाते थे खुद अपनी ही जान नहीं बचा सके

सबसे पहले तो मैं आपको ये बता दूं कि ये खबर किसी भारतीय अखबार नहीं बल्कि यूरोप के वेटिकिन सिटी से चलने वाली वेबसाइट वेटिकन न्यूज से ली गई है । व्हाट्सएप पर फोटो के साथ खबर भेजने की सुविधा नहीं होती है… इसलिए मैंने इस वेबसाइट की खबर वाली फोटो अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा दी है… ये मेरा नंबर है 7011795136.. इसे दिलीप नाम से सेव कर लेंगे तो मेरे व्हाट्सएप स्टेटस पर आपको इस खबर की फोटो और फेसबुक लिंक भी मिल जाएगा ।

ईसाई पादरी बहुत लंबे अर्से से झूठे चमत्कार दिखाकर… अंधविश्वास फैलाकर भारत की भोली भाली जनता को मूर्ख बनाकर… उनको क्रिश्चियन बनाने का अभियान चलाते आए हैं । लेकिन ये ईसाई पादरी जो जीसस के चमत्कारों का ढिंढोरा पूरी दुनिया में पीटते हैं खुद अपनी ही जान नहीं बचा सके । वेटिकन न्यूज वेबसाइट पर रोबिन गोम्स ने एक खबर लिखी है… जिसका शीर्षक है भारत में कोविड-19 के चलते 400 से ज्यादा पादरियों और ननों की मौत

– कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल और मई के महीने में पूरे भारत में 205 पादरियों और 210 ननों की मौत हो चुकी है । वेटिकन न्यूज के मुताबिक बहुत से पादरियों की मौतों को रिपोर्ट नहीं किया गया है इसलिए आँकड़ा और भी ज्यादा बड़ा हो सकता है । इन 205 लोगों की लिस्ट में 3 बिशप भी शामिल हैं… बिशप का मतलब सबसे बड़ा पादरी ।

– बाबा रामदेव के बयान का विरोध करने वाली संस्था आईएमए के प्रेसीडेंट जॉन रोज़ ऑस्टिन जयलाल ने एक अखबार में ये दावा किया था कि जीसस के चमत्कार से भारत में कोरोना ठीक हो रहा है… ऑस्टिन जयलाल के इस बयान पर दिल्ली हाईकोर्ट ने बहुत जबरदस्त फटकार लगाई थी । ऑस्टिन जयलाल को अदालत के अंदर इस टिप्पणी के लिए माफी मांगनी पड़ी थी

– दिल्ली की अदालत ने साफ साफ कहा था कि कोरोना के मामले में उपचार को लेकर कोई भी धर्मप्रचार या धर्मांतरण का काला खेल बिलकुल ना चलाए लेकिन हमारे देश के अंदर पिछले कई दशकों से आदिवासी इलाकों में एलोपैथी की दवाएं जीसस के नाम पर खिलाकर धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है

-सवाल ये है कि आखिर भारत मां के बेटे कब तक आदिवासी इलाकों में जा जा कर अपनी जिंदगी खपाकर प्रचारक बनकर संघर्ष करते रहेंगे । सवाल ये है कि आरएसएस समर्थित बीजेपी की सरकार आज पूरे देश में है । सरकार सीधे सीधे ये कानून लाए कि बाकी सारे धर्मांतरण जायज हैं लेकिन हिंदुओं धर्मांतरण नहीं किया जा सकता है । ताकी इन पादरियों के नंगे नाच पर रोक लगे और इनका मनोबल टूट जाए… ये सारे या तो अपना क्रॉस उठाकर यूरोप और अमेरिका चले जाएं जहां लाखों लाख लोग कोरोना से मारे गए हैं… वहां अपना चमत्कार दिखाएं… और अगर ये भारत में रहना चाहते हैं तो इनको कंट्रोल में ही रहना होगा ।

फेसबुक से साभार

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार