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अयोध्या में राम भक्तों के सहयोग से बनेगा भव्य मंदिर, धन जुटाने के लिए देश भर में अभियान

अभियान के तहत अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान निकोबार और त्रिपुरा जैसे सुदूर के राज्यों तक में श्रीराम मंदिर की ऐतिहासिकता से रामभक्तों को अवगत कराया जाएगा।

5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नींव की ईंट रखे जाने के बाद से अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी आई है। भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए सभी रामभक्तों की मदद लेने का फैसला किया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) ने अयोध्या में बनने जा रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक देशव्यापी जन संपर्क और योगदान अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। इस दौरान लोगों को जन्मभूमि आंदोलन के ऐतिहासिक महत्व से भी अवगत कराया जाएगा।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि ट्रस्ट ने इस बात पर विचार किया है कि जिस तरह श्री राम जन्मभूमि के निर्माण के लिए करोड़ों रामभक्तों ने योगदान दिया, उसी तरह मंदिर भी करोड़ों श्री रामभक्तों के स्वैच्छिक योगदान से बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। जनसंपर्क अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक जारी रहेगा। इस अभियान के तहत अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, अंडमान निकोबार और त्रिपुरा जैसे सुदूर के राज्यों तक में श्रीराम मंदिर की ऐतिहासिकता से रामभक्तों को अवगत कराया जाएगा।

ट्रस्ट ने ट्वीट कर बताया कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी राम भक्तों से इस ऐतिहासिक अभियान में अपना योगदान देने का आह्वान करता है। उन्होंने बताया कि यह दान पूरी तरह स्वैच्छिक होगा, यानी कि जो व्यक्ति अपनी इच्छा से दान देना चाहे, वह दे सकता है। इसके लिए 10 रुपए, 100 रुपए और 1,000 रुपए के कूपन भी उपलब्ध कराए जाएँगे।

ट्रस्ट ने दान करने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के बैंक खातों और दान करने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी है। अपनी जानकारी में उन्होंने यह भी बताया है कि ट्रस्ट को दिया जाने वाला दान आयकर कानून के तहत करमुक्त है। ट्रस्ट ने कहा कि इस अभियान के जरिए करोड़ों घरों तक श्री रामजन्मभूमि मंदिर के प्रस्तावित नए मॉडल की फोटो भी पहुँचाई जाएगी।

नृपेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में गठित राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण समिति ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए नींव डिजाइन की समीक्षा और सिफारिशों के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रतिष्ठित इंजीनियरों की एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। इस समिति के गठन का उद्देश्य मन्दिर निर्माण हेतु विभिन्न स्रोतों से आए सभी विभिन्न भू-तकनीकी सुझावों को ध्यान में रखते हुए उच्चतम गुणवत्ता और दीर्घायु के साथ मंदिर का निर्माण करना है।

ज्ञात हो कि इससे पहले पिछले महीने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के आसपास 70 एकड़ का कैंपस बनाने के लिए लोगों से सुझाव और विचार माँगे थे। विशेषज्ञ सलाहकारों द्वारा डिजाइन की गई मंदिर का मुख्य ढाँचा पारंपरिक नागर शैली में तैयार किया जा रहा है। 70 एकड़ का कैंपस मंदिर के आसपास की सुविधाओं के लिए होगा।