Friday, April 19, 2024
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अनुपम होगा टावर ऑफ लिबर्टी की तीन मीनारों से सुसज्जित एरोड्रम सर्किल

कोटा। ट्रैफिक लाइट मुक्त कोटा शहर बनाने के मिशन अंतर्गत यातायात दबाव वाले एरोड्रम सर्किल के ट्रैफिक क्रोसिंग को नये और अभिनव अवधारणा के साथ डिजाइन से बनाने की योजना बनाई गई है। नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि मिशन के अंतर्गत एरोड्रम सर्किल को सुंदर, अनुपम, आकर्षक बनाने के लिए “टावर ऑफ लिबर्टी” के तीन टॉवर लगाये जायेंगें। जो गुलामी पर स्वतंत्रता की जीत के प्रतीक होंगे। इन्हें राजस्थानी और हाड़ौती के वास्तुशिल्प के साथ बनाया जाएगा। ऐरोड्रम सर्किल से सटे क्षेत्रों को भी सुन्दर स्मारकों से सजाया जाऐगा। विशेष रुप से घोडे़ वाला चौराहा जिसमें 50 फीट ऊँचा संगमरमर का स्मारक होगा।

धारीवाल ने बताया कि मुख्य ऐरोड्रम सर्किल पर 3 टावर सॉफ्ट लिबर्टी का राजस्थान की विशिष्ठ वास्तुकला और हाडौती क्षेत्र की पारम्परिक छत्रियाँ और महरावों में विकसित किया जाएगा। तीन अलग -अलग टावर 50 मीटर, 40 मीटर और 25 मीटर ऊँचाई के बनाऐ जाऐंगे। टावर के शीर्ष पर सुनहरे पीतल के धातु की चादरें एक ज्वलन्त एक प्रज्जवलित लौ का आभास देंगी। टावर को लम्बी दूरी से देखा जा सकेगा,जो देखने वालों को आकर्षित करेंगे।

उन्होंने बताया कि इन टावरों पर जैसलमेर और जोधपुर स्टोन की नक्कासी और कारीगरी की जाऐगी। इन टावरों में सुन्दर रोशनी का भी प्रायोजन रखा गया है। यह टॉवर इतना ख़ूबदूरत होगा कि कोटा शहर का एक चेहरा बन जाएगा। वर्ष 2022 में भारत की स्वतन्त्रता के 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। स्वतन्त्रता की इन मीनारों का निर्माण कार्य वर्ष 2021 में ही पूरा कर लिया जाएगा।

धारीवाल ने बताया कि इसके अलावा ऐरोड्रम सर्किल को ट्रैफिक लाईट फ्री चौराहा के लिए डिजाईन तैयार किया गया है। अन्डरपास का निर्माण जोरों से चल रहा है। ऐरोड्रम सर्किल के पैदल यात्री क्रोसऑवर करने के लिए एस्केलेटर द्वारा एक छोर से दूसरे छोर पर जा सकेंगे। वर्तमान में स्थित पत्थर के पिल्लर जिन पर हाथी मौजूद हैं उन स्तम्भों को बनाऐ रखा जाकर उनका नये डिजाईन के साथ विलय कर दिया जाएगा। राजस्थानी पोषाकों मे लगी सुन्दर धातु की मुर्तियाँ अन्डरपास की ओर एक बगीचे में स्वतन्त्रता की मीनारों की परिधि को सुशोभित करेंगी।

उन्होंने बताया कि पूरी योजना का निर्माण वर्ष 2021में पूरा कर दिया जाएगा। यह ख़ूबसूरत आकर्षण कोटा के पर्यटन विकास की दृष्टि से भी सहायक होगा। इस सुन्दर वास्तुकला का डिजाईन और परिकल्पना वरिष्ठ वास्तुकार अनूप बरतरिया द्वारा की गयी है।

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