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ट्वीटर पर अमिताभ बच्चन की घड़ी डिटर्जेंट से भी ज्यादा जमकर धुलाई: आप तो बुज़दिल, डरपोक और कायर निकले

देश के मूर्ख मीडिया वाले टीवी स्टुडिओं में बैठे-बैठे फर्जी जुमलों से देश के लोगों को गुमराह कर जुमलेबाजी करते हुए किसी को महानायक, किसी को खलनायक, किसी को सती सावित्री, किसी को विश्व सुंदरी, किसी को महामूर्ख बताकर 24 घंटे टीआरपी का झुनझुना बजाते रहते हैं। लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में न्यूज़ चैनलों की इस बकवास से तंग आकर जनता इन मूर्ख टीवी न्यूज़ चैनलों के साथ ही इनके द्वारा पैदा किए जाने वाले तथाकथित महानायकों की भी धुलाई कर देती है, लेकिन फिर भी इन निकम्मे, मूर्ख और सर्कस के जोकरों से गए बीते न्यूज़ एंकरों को ये समझ में नहीं आता है कि इनकी मूर्खता पर तो अब नलों और कुओं पर पानी भरने वाली गाँव की औरतें भी बात करना पसंद नहीं करती है।

ट्वीटर पर सुशांत सिंह राजपूत की मौत और कंगना रानौत के मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठे तथाकथित महानायक अमिताभ बच्चन की जनता ने ऐसी धुलाई की है जो उनके द्वाार बेचे जाने वाले घड़ी डिटर्टेंज से भी ज्यादा चकाचक चमक रही है। इन प्रतिक्रियाओँ से ये साफ़ हो जाता है कि टीवी के परदे पर जिनका गुणगान करके उनका कद उकी औकात से बड़ा दिखाा जाता है वो जनता की नजर में दो कौड़ी के होते हैं। दे की जनता ने ट्वीटर पर जिस भाषा, लहजे, क्रोध और चेतावनी व चुनौती के साथ अमिताभ बच्चन की लू उतारी है, उससे सबको ये समझ में आ जाना चाहिए कि किसी को करोड़पति बनाने के शो से या मंत्रियों और सत्ता में बैठे लोगों के गुणगान से आप बड़े आदमी नहीं बन जाते, आप बड़े तभी बनते हैं जब आप समाज में जो हो रहा है उसके पक्ष में या विपक्ष में खड़े होते हैं। अमिताभ बच्चन सहित फिल्मी दुनिया के सभी भांडों और टीवी चैनलों के माध्यम से राजनीति कर रहे दो दो कौड़ी के राजनेताओँ को ये बात समझ में आ जाना चाहिए।

अमिताभ बच्चन ने सोचा नहीं होगा कि उनको ये दिन भी देखना पड़ेंगे। वे कोई भी ट्वीट करते हैं 90% फॉलोवर्स उन्हें ट्रोल करना शुरू कर देते हैं। कल उन्होंने एक मामूली मजाक पोस्ट किया – यदि शर्ट पर चाय गिर जाये तो क्या उसे टी शर्ट कह सकते हैं। जवाब में हज़ारों लोगों ने उन्हें ऐसा ट्रोल किया कि कल्पना नहीं कर सकते। अमिताभ बच्चन अपने ट्वीटर @SrBachchan पर जो भी ट्वीट करते हैं उस पर उसका नंबर भी डालते हैं। ट्वीटर पर T 3651 पर किया गया इनका ये ट्वीट लोगों के गले नहीं उतरा

शुरू के कुछ जवाब देखिये…

1. नेहा चौधरी – हम तो आपकी फ़िल्मे बचपन में देखा करते थे आपकी बहुत इज्जत करते थे। केवल आप ही थे जिनको हम बॉलीवुड का रीयल हीरो मानते थे-पर आप तो बुझदिल, डरपोक, नालायक निकले, सुशांत सिंह राजपूत हत्याकांड मे आपके मुंह से एक शब्द नही निकला, कंगना को हरामखोर बोलने वालो के खिलाफ मुंह एक शब्द नही निकला

2. जनार्दन मिश्रा – आप जैसा खुदगर्ज व्यक्ति शायद ही इस धरती पर हो.. आपको जिसने बर्बादी के मुँह से बाहर निकाला उस अमर सिंह जी की मौत पर आप मौन रहे जिस फ़िल्म इंडस्ट्रीज ने आपको महानायक बनाया उसी जमात का एक बेटा ‘सुशांत’ की मौत पर आप मौन रहे उसी जमात की एक बेटी ‘कंगना’ पर हो रहे हमले पर आप मौन हैं, थू…

3. पुष्पेंद्र कुशवाहा – अयोध्या भूमि पूजन पर भी मौन रहे, ये कहने को महानायक हैं लेकिन दाऊद गैंग के पिट्ठू से ज्यादा कुछ नही हैं

4. मनोज – चलो दूर हटो, कहा टी शर्ट के चक्कर में पड़े हैं।और अगर कुछ समय खाली हो कुछ देश की हलात पे भी नज़रे इनायत कीजिएगा।या दाऊद से डर लगता है।कुछ बोलेंगे तो जुबान खींच के बाहर कर दी जाय कही।माफ कीजिएगा अब आप इस काबिल नहीं रहे की आपको आदर्श बनाया जाय।

5. अनिल सिंह – जी अगर राम मंदिर पर बधाई का एक शब्द न निकले तो क्या कहे. दोगला.

6. प्रिंस राय – तुम साले चोर और लुटेरे डरपोक डर्टी सभी हो न राम मंदिर पे बोले ना कुछ, ना सुशांत सिंह पर …… की औलाद बेईमान बेशर्म पाखंडी ….. सालों आज सुशांत पर कल तुम्हारे यहाँ भी होगा तबतक …..

7. देवाराम बिश्नोई – मौलाना ….. खान जो खुलेआम ढोंग करता है असल जिंदगी में मुसलमान थे और हिंदू बनकर लोगो की आँखो में धूल झोंक रहे थे 40 साल से उसको जिहादियों का ठेकेदार कहना चाहिए….

8. अनूप पुरी – अमित सर, बुरा मत मानना, आप अभिनेता बहुत अच्छे हैं, पर इन्सान नहीं….स्वर्गीय सुशांत सिंह राजपूत के बारे एक भी शब्द ना बोला…. कंगना की बेइज्जती पर कुछ नहीं बोला….. मेरे दिल से आप उतर गए औरों का पता नहीं….

9. कविश – Shame on u mr bachchan.. जब आप और आपका बेटा covid-19 की वजह से अस्पताल में थे तो पूरा देश आपके लिए दुआ कर रहा था आज आपकी इंडस्ट्री की एक लड़की के साथ जुल्म हो रहा और आप यहाँ जोक सुना रहे हैं रीढ़ बची है या गल गई है…

10. सीता कुमारी – अमिताभ जी शर्ट और पजामा तो ठीक है पहले बताए की राम मंदिर शिलान्यास पे कुछ नहीं बोले सुशांत केस पे कुछ नहीं बोले रिया के साथ मूवी कर रहे हो ठीक है, कंगना, ड्रग्स माफिया पे कुछ नहीं बोले क्या बात है पजामा , कमीज़ याद है आप अधर्मी है जो धर्म का नहीं हुआ वो किसी काम का नहीं??

11. आलोक वर्मा – महिला सम्मान पर लम्बे-लम्बे ब्लॉग लिखने वाले अमिताभ बच्चन आज कंगना के अपमान पर चुप हैं!! आप ऐसे लोगो को महानायक मानते हैं ??

12. शाह प्रीत – आप बहुत ….तिया हैं सरजी

13. Dr Parul – Mr. Bachchan, I respect you a lot as an artist., but as a responsible indian citizen…..i will give you a big zero “0”. We don’t expect this type of silly tweets from you. If you can’t raise your voice on sensible matters, if you can’t condemn derogatory remarks against a woman,

14. कृष्णा त्रिपाठी – क्यों श्रीमान , घड़ी वाला डिटर्जेंट नहीं है क्या ? टीशर्ट धो के शर्ट बना लेना ! ऐसा फटीचर sense of humour और हम लोग आपको हीरो समझते थे ! क्या करोगे महाराज पैसे का , कुछ शब्द देश और धर्म और कंगना जैसी नारी के पक्ष में भी उच्चार दिया करो ,अब वहां जाने वाले हो जहां साथ कुछ नहीं जाता !

15. शिल्पी कांबोज- Shameful… Aapke bete ko corona hua pure desh ne dua maangi…ek baap ne beta kho diya..aapke muh se 2 shabd nahi nikle…chii chii…kis baat ke mahanayak hai aap Sir! Shayad mujhe aapko sir bhi nahi kehna chhahiye…

16. सोम पटेल – अब सब बोलीवुडिये नंगे हो चुके है चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो सब नशेड़िंयो ने जनता का विश्वास खो दिया है जनता को मूर्ख बनाकर पैसा लूटा है भारतीय संस्कृति का सत्यानाश कर दिया है अनपढ़ों की गैंग है बोलिवुडिये शराब, शबाब, ड्रग के अलावा कुछ नहीं है…

17. नितिन – सुना था मुंबई में एक मर्द तांगे वाला रहता था जिसे लोग महानायक कहा करते है। आज एक बेटी कंगना रनौत के साथ अपमानजनक व्यवहार हो रहा है तब वह महानायक कहाँ छुपा हुआ है। क्या एक महिला के साथ खड़े होने की ताक़त नहीं है उसमें

18. चंदन – Dadaji Aaab aapko respect karne ko jee Nehi karta… Aapne Ek lady ke apmaan par Chuppi sadh li…. Sharm aaa rehi mujko

19. धर्मेंद्र त्रिवेदी – दो टके का इन्सान है ये। महानायक बुलाना छोड़ दो इसे।

20. स्वच्छंद भारतीय – यही बक…. करते रहे तुम। यार, ….ते मारो इसे कोई।

21. निडर इंडियन – ओ चिच्चा, पकाना छोड़ और जा दाऊद के जूते चाट। इधर तू चाय गिरा रहा है उधर राममंदिर, सुशांत और कंगना पर तेरे चुप बैठने से पब्लिक तेरे को गिरा देगी। साले …., चल दूर हट।

22. Atul Malaviya – एक महिला को हरामखोर बोलने वाले पर तो आपको पता नहीं होता बड़े भैया कि क्या बोलें और शर्ट पर चाय गिरने पर प्रहसन सूझता है। विनम्रतापूर्वक कह रहा हूँ, आपकी चुप्पी ने आपका सम्मान हम लोगों की दृष्टि में कम कर दिया है।

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