Friday, March 29, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेजोकरों, जमूरों और मदारियों को मात देते अर्णब गोस्वामी!

जोकरों, जमूरों और मदारियों को मात देते अर्णब गोस्वामी!

…तो अर्णब गोस्वामी हमारे जमाने के अल्बर्ट पिंटो हैं। क्योंकि अल्बर्ट पिंटो की कुख्याति अकारण गुस्सा करने की हैं। इसलिए ‘पूछता है भारत’ कि अर्णब को पत्रकारिता आती भी है या नहीं? क्योंकि देश ने उनको पत्रकारिता करते तो कभी देखा नहीं। लेकिन, गुस्साते, चीखते – चिल्लाते और उनसे अपमानित लोगों की भाषा में कहें, तो लगभग भौंकते हुए देश हर रोज देख रहा है। विज्ञान के मुताबिक गुस्सा मानसिक बीमारी है। लेकिन, हट्टे कट्टे अर्णब कहीं से भी बीमार तो बिल्कुल नहीं लगते। फिर, टेलीविजन पर उनका गुस्सा अगर सिर्फ टीआरपी बढ़ाने का टोटका है, तो मतलब वे अभिनय बहुत बढ़िया कर लेते हैं।

हालांकि, हमारी संस्कृति में मेहमान का मान रखने की परंपरा है। लेकिन ‘पूछता है भारत’ कि अर्णब के संस्कार ऐसे क्यों हैं कि वे अपने न्यूज चैनल पर डिबेट में जिन अतिथियों को बोलने के लिए बुलाते हैं, उनकी बोलती बंद करने के लिए लगभग बदतमीजी पर उतर आते हैं। भारत में हिंदी न्यूज चैनल उन लोगों का मंच है जिन्हें एसपी सिंह की जलाई इस मशाल में अब भी रोशनी नज़र आती है। इसलिए ‘पूछता है भारत’ कि अर्णब को आखिर गुस्सा क्यों आता है। या वास्तव में आता भी है या नहीं। नहीं आता, तो ‘पूछता है भारत’ कि वे संपादक है या नौटंकीबाज। अगर संपादक नहीं है, तो फिर वे नौटंकी के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन स्वयं को संपादक स्वीकारते हैं, तो अपनी सलाह है कि अर्णब को समय रहते पत्रकारीय आचरण भी सीख लेना चाहिए। क्योंकि हमारे हिंदुस्तान में जोकरों, जमूरों और मदारियों को न्यूज एंकर के भेष में देखने की परंपरा नहीं है।

(लेखक राजनीतिक विश्लेषक हैं)

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार