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आधी रात को ‘प्रभु कृपा’ से खुला एसी कोच का दरवाजा

लखीसराय। रेल में सफर के दौरान आप अगर परेशानियों में घिर जाते हैं तो घबराइये मत, रेलमंत्री सुरेश प्रभु को एक ट्विट कीजिए और प्रभु अगले चंद मिनटों में आपको परेशानी से मुक्ति दिला देंगे। सोमवार की रात लखीसराय से हावड़ा जाने के लिए राजेन्द्र नगर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने पहुंचे एक यात्री ने एसी कोच के बंद दरवाजे को खोलवाने के लिए प्रभु से मदद मांगी, अगले चंद मिनटों में उस यात्री की परेशानी को रेलवे मंत्रालय ने गंभीरता से लेते हुए समाधान तक पहुंचा दिया।

दरअसल सोमवार की रात यात्री पुरुषोत्तम ¨सह ने लखीसराय से हावड़ा के लिए राजेन्द्र नगर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के थर्ड एसी कोच में रिजर्वेशन करा रखा था। रिजर्वेशन के मुताबिक उन्हें थर्ड एसी की कोच संख्या बी-2 में बर्थ नंबर 23 दिया गया था। तय समय से कुछ देर विलंब से चलकर ट्रेन लखीसराय स्टेशन की प्लेटफार्म संख्या एक पर आकर रुकी। बी-2 सहित एसी के सारे कोच के दरवाजे अंदर से बंद थे। दरवाजे पर धक्का देने के बाद भी जब कोच का दरवाजा नहीं खुला तो उक्त यात्री एसी से सटे साधारण डिब्बे में इस उम्मीद के साथ चढ़ गये की शायद अगले स्टेशन पर कोच का दरवाजा खुले, लेकिन जब अगले स्टेशन पर भी दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्विट कर मदद मांगी..।

रेलवे मंत्रालय के ट्विटर हैंडिल से फौरन जवाब आया की संबंधित अधिकारी को जानकारी आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दी गयी है। रेल मंत्रालय के जवाब के चंद सेकेंड के अंदर दानापुर डीआरएम ने पुरुषोत्तम ¨सह से ट्वीटर के जरिये पीएनआर के साथ परेशानी पूछी। जवाब मिलने के चंद मिनटों के अंदर दानापुर डीआरएम के ट्विटर हैंडिल से ट्विट आया की झाझा में कोच का दरवाजा खुला रहेगा, टीटीई इंतजार करेंगे। रात 12.30 के करीब जिस रफ्तार से ट्रेन गंतव्य की तरफ बढ़ रही थी, उससे कई गुणा तेज रफ्तार से रेलवे के अधिकारी इस परेशानी को दूर करने में जुटे थे।

झाझा स्टेशन पर ट्रेन रूकते ही टीटीई और कोच अटेडेंट ने असुविधा के लिए माफी मांगते हुए, पुरुषोत्तम ¨सह को उनके बर्थ तक ससम्मान पहुंचाया। उधर बी-2 कोच के अंदर अचानक टीटीई और स्टाफ की सतर्कता और हलचल को देखकर सफर कर रहे दूसरे यात्री भौंचक्के थे फिर मामले को समझने के बाद यात्रियों ने रेलमंत्री के इस प्रयास की सराहना की। यहां यह बता देना जरूरी है कि राजेन्द्र नगर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में अधिक कोच होने के कारण इस ट्रेन के एसी कोच अप और डाउन दोनों ही स्थिति में प्लेटफार्म से बाहर ट्रेक पर चली जाती है जिसके कारण इस कोच में रिजर्वेशन करवाये यात्रियों को चढ़ने और उतरने में जान जोखिम में डालना पड़ता है और रात में इस कारण एसी कोच में सवार होना लखीसराय स्टेशन पर आसान नहीं होता है।

साभार-दैनिक जागरण से