-
राजभाषा विभाग द्वारा द्वारा जन शिकायतों पर कार्यवाही न करने के विरुद्ध लोक परिवाद
राजभाषा के नाम पर करदाताओं के करोड़ों रुपये फूँके जा रहे हैं इसलिए यह शिकायत कर रहा हूँ-
-
इनके खून में राष्ट्रवाद नहीं, जिहाद हिलोरें मारता है
इकबाल के बारे में मैं अक्सर लिखता हूँ कि उनसे मेरा "हेट-लव" का रिश्ता है पर ये रिश्ता मेरा और इकबाल का है, इस रिश्ते को आप शेरो-शायरी के लिये मेरी अतिशय मुहब्बत से जन्मी दुर्बलता भी कह सकतें हैं पर मेरी व्यक्तिगत दुर्बलता राष्ट्र की दुर्बलता बन जाये ये मुझे गवारा नहीं है।
-
हे मजदूरों ! पहले अंग्रेजी सीखो फिर मजदूरी करना , भारत सरकार की पहल
यह पोर्टल केवल अंग्रेजी में इसलिए बनाया गया है ताकि अंग्रेजी न जानने वाले देश के मजबूर मजदूर नागरिक अपनी शिकायत ही दर्ज न कर सकें। वेबसाइट पर हिन्दी भाषा में शिकायत दर्ज कराने पर खुली रोक है
-
प्रधान मंत्री कार्यालय हिंदी पत्रों का उत्तर ही नहीं देता
प्रधानमंत्री देखभाल कोष की वेबसाइट https://www.pmcares.gov.in/en केवल अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध करवाई गई है, कृपया हिन्दी में उपलब्ध करवा दीजिए ताकि हम गाँवों में रहने वाले भी इनका उपयोग कर सकें,
-
प्रधान मंत्री जी के यहाँ हिंदी में शिकायत करो तो रद्दी में चली जाती है
प्रधानमंत्री देखभाल कोष की वेबसाइट https://www.pmcares.gov.in/en केवल अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध करवाई गई है,
-
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जनता से भाषाई आधार पर भेदभाव की शिकायत
आधार सम्बन्धी ईमेल एवं अधिप्रमाणन के एसएमएस केवल अंग्रेजी में भेजे जाते हैं। महानगरों को छोड़कर अन्य छोटे शहरों एवं गाँवों के लिए इन एस एम एस संदेशों को न तो पढ़ पाते हैं
-
भारत की बैंकें भारतीय भाषाओँ का ही अपमान करती है
भारत में कार्यरत बैंक खातों, गृह ऋण, निजी ऋण, कृषि ऋण की सही जानकारी न देने के लिए अपनी शर्तें, प्रपत्र, विवरण व वेबसाइट केवल अंग्रेजी में तैयार करवाते हैं ताकि कर्ज की
-
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय मानता है कि कोरोना अंग्रेजी जानने वालों में ही फैल रहा है
इन सभी बातों से सिद्ध होता है कि भारत का स्वास्थ्य मंत्रालय अंग्रेजों के लिए काम कर रहा है पर राष्ट्रवादी सरकार के होते हुए एक स्वयंप्रभु देश का मंत्रालय
-
डाक विभाग की सभी ऑनलाइन सेवाएँ सिर्फ अंग्रेजी में ही क्यों?
हमें अंतिम आशा आप से ही है क्योंकि आपके आदेश को डाक विभाग के उच्च अधिकारी टाल नहीं सकेंगे और
-
राजभाषा विभाग में बैठे अंग्रेजी के मानस पुत्रों, हम अंग्रेजी न जानने वालों पर कुछ तो कृपा कीजिए
क्या आपका विभाग अपने सांविधिक कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए इस आपात्काल में आम जनता के लिए कोई राहत नहीं दे सकता है, क्या हम सब केवल अंग्रेजी की लाठी खाकर मरने के लिए