-
ज्वालामुखी मंदिर में अकबर का झूठा यशोगान
उस पर लिखा है कि एक बार अकबर इस मंदिर के दर्शन करने आया था ,उसने मंदिर में जलती ज्वाला को बुझाने के लिए अपने लोगों को लगाया
उस पर लिखा है कि एक बार अकबर इस मंदिर के दर्शन करने आया था ,उसने मंदिर में जलती ज्वाला को बुझाने के लिए अपने लोगों को लगाया