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चन्द्रेश कुमार छतलानी
 

  • दो लघु कथाएँ

    दो लघु कथाएँ

    यह लिखकर उसने अपनी बाएँ हाथ की हथेली बंद की और उसी हाथ की अपनी छोटी अंगुली को दो बार दबा कर पाम-गेजेट को ऑफ किया फिर मेज की दराज से स्माइल-सप्लीमेंट की एक गोली निकाल कर मुंह में रख दी।

    • By: चन्द्रेश कुमार छतलानी
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    • In: कहानी

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