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हँसमुख अरुण जी का यूँ अचानक चले जाना…
अरुण जी यूँ तो सीधे साधे इंसान थे मगर हेकडीबाजी जबर्दस्त थी। किसी से यदि पंगा ले लिया तो फिर किसी की नहीं सुनते थे।ऐसे ही किसी बात पर नईदुनिया के तब के इंदौर मालिकों
अरुण जी यूँ तो सीधे साधे इंसान थे मगर हेकडीबाजी जबर्दस्त थी। किसी से यदि पंगा ले लिया तो फिर किसी की नहीं सुनते थे।ऐसे ही किसी बात पर नईदुनिया के तब के इंदौर मालिकों