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प्रूफ-रीडिंग जो अब उपेक्षा की शिकार है
तकनीक के विकास के साथ प्रूफ-रीडिंग की कला में भी बदलाव देखने को मिला है। पहले प्रिण्ट निकालकर हाथ से संशोधन किया जाता था। अब तो नये ज़माने के प्रूफरीडर सीधे कंप्यूटर में प्रूफ-रीडिंग कर लेते हैं।
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मक्का में शिवोपासना
वैदिक-परम्परा है कि जहाँ कहीं भी शिव-मन्दिर हो, वहाँ जलधारा का प्रबन्ध अवश्य होगा, ताकि भक्तों को शिवलिंग पर जलाभिषेक करने में कठिनाई न हो। शिव के शीर्ष पर भी गंगा का अंकन होता है। इन्हीं सब परम्पराओं के अनुसार मक्केश्वर शिवलिंग के समीप ‘ज़मज़म’
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साहित्यिक दादागिरी और कभी न भूलनेवाली दास्तान…
‘राष्ट्रधर्म’ के सितम्बर 2008 अंक में कार्यक्रम का सचित्र समाचार प्रकाशित हुआ जो श्री ‘पर्यटक’ जी के प्रयास का फल था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्कालीन अखिल भारतीय सह-बौद्धिक प्रमुख
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एक महान हिन्दू इतिहासकार व उपन्यासकार, जिसे हम भुला बैठे
प्रत्येक वर्ष, किसी एक राष्ट्रीय इतिहासकार को ‘वैद्य गुरुदत्त राष्ट्रीय सम्मान’ भी दिया जा सकता है। आगे के वर्षों में यह भी प्रयास हो कि वैद्य गुरुदत्त-साहित्य पर विश्वविद्यालय-स्तर पर शोध-कार्य हों।
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पौराणिक आख्यानों में श्री कृष्ण का समयकाल
रुक्मिणी से विवाह, स्यमन्तक मणि-प्रकरण, जाम्बवती, सत्यभामा एवं कालिन्दी से विवाह, केकय देश की कन्या भद्रा से विवाह, मद्र देश की कन्या लक्ष्मणा से विवाह; कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी : प्राग्ज्योतिषपुर में नरकासुर का वध,