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लैंगिक असमानता भारतीय मूल्य नहीं : मालविका जोशी
कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने लैंगिक समानता को भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा मानते हुए कहा कि "भारतीय संस्कृति में स्त्री और पुरुष दोनों ही समान हैं।
कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने लैंगिक समानता को भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा मानते हुए कहा कि "भारतीय संस्कृति में स्त्री और पुरुष दोनों ही समान हैं।