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प्रदीप द्विवेदी
 

  • लोकतंत्र का स्पंदन ः  एक यथार्थ दस्तावेज

    लोकतंत्र का स्पंदन ः एक यथार्थ दस्तावेज

    जब वे लिखते हैं कि... बढ़ रहा है इंटरनेट पॉलिटिक्स का दबदबा! तो वे बीसवीं और इक्कीसवीं सदी की राजनीति में आए बड़े बदलाव को दर्शाते हैं कि किस तरह से इंटरनेट देश की राजनीति को प्रभावित कर रहा है और भविष्य क्या है?

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