-
मुद्रा स्फीति नामक राक्षस पर अंकुश लगाने हेतु भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर बढ़ाई
हाल ही के समय में वैश्विक स्तर पर मुद्रा स्फीति की दर के अचानक इतनी तेजी से बढ़ने के कारणों में कुछ विशेष कारण उत्तरदायी पाए गए हैं। मुद्रा स्फीति की दर में यह अचानक आई तेजी किसी सामान्य आर्थिक चक्र के बीच नहीं पाई गई है
-
भारत में श्रम के साथ उद्यमिता का भाव जगाना भी जरूरी
युवाओं में कौशल विकसित करने हेतु सबंधित कम्पनियों को आगे आना चाहिए एवं इस सम्बंध में केवल सरकारी योजनाओं पर निर्भर रहने से यह कार्य सम्भव नहीं होगा। इन केंद्रों पर स्थानीय एवं स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के सम्बंध में नागरिकों में जागरूकता उत्पन्न करने सम्बंधी प्रयास भी किए जाएंगे।
-
भारत में आय में हो रही वृद्धि के चलते महंगाई का तुलनात्मक रूप से कम होता असर
उक्त योजना के अतिरिक्त राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के अंतर्गत भी प्रति माह काफी सस्ती दरों पर (दो/तीन रुपए प्रति किलो) अनाज गरीब वर्ग को उपलब्ध कराया जाता है। चूंकि उक्त योजनाओं के अंतर्गत गरीब वर्ग को सीधे ही खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है
-
वैश्विक स्तर पर पनप रहे आतंकवाद का हल केवल हिंदू सनातन संस्कृति में ही निहित है
इसकी शुरुआत राजस्थान के करौली से हुई फिर मध्य प्रदेश के खरगोन, कर्नाटक के हुबली, आंध्र प्रदेश के कुरनूल के होलागुंडा, उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के भगवानपुर के एक गांव, गुजरात के आणंद और हिम्मतनगर,
-
वैश्विक पारम्परिक औषधि केंद्र की भारत में स्थापना गेम चेंजर साबित होगी
यह चिकित्सकीय कार्य भारतीय पारम्परिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से सहज रूप से सम्भव बनाया जा सकता है। और, वैसे भी प्राचीन भारत का “चिकित्सा विज्ञान” बहुत उन्नत था। कुष्ठ रोग का पहिला उल्लेख भारतीय चिकित्सा ग्रंथ सुश्रुत संहिता, 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व, में वर्णित है।
-
आज पूरा विश्व भारत की ओर क्यों देख रहा है
पूंजीवादी मॉडल के अंतर्गत आर्थिक विकास की गति को बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न पदार्थों के अधिक से अधिक उत्पादन एवं उपभोग पर जोर दिया जाता है, जिसके चलते प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया जाता है।
-
आर्थिक विकास की दृष्टि से वित्तीय वर्ष 2022-23 भी भारत के लिए सुनहरा वर्ष होगा
साथ ही सेवा क्षेत्र में भी विशेष रूप से कंप्यूटर से संबंधित सेवाएं, ऑडियो-विजुअल, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, यात्रा, नर्सिंग, इंजीनियरिंग और लेखा सेवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।यूएई के बाद भारत ने अभी हाल ही में आस्ट्रेलिया के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता सम्पन्न किया है
-
राष्ट्रीय भूमि मौद्रीकरण निगम की स्थापना का निर्णय, मील का पत्थर साबित होगा
पूर्व में जब देश की जनसंख्या बहुत कम थी तब केंद्र सरकार के विभिन्न उपक्रमों को अपना कार्य सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत अधिक मात्रा में भूमि उपलब्ध करा दी गई थी परंतु अब जब देश की जनसंख्या 130 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी है ऐसी हालत
-
राष्ट्रीय भूमि मौद्रीकरण निगम की स्थापना का निर्णय, मील का पत्थर साबित होगा
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, रेल्वे विभाग, सुरक्षा विभाग एवं दूरसंचार विभाग, आदि एवं केंद्र सरकार से जुड़े अन्य विभिन्न संस्थानों में उपयोग में नहीं आ रही ऐसी भूमि बहुत भारी मात्रा में उपलब्ध हैं
-
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष एवं विश्व बैंक ने गरीबी में आई कमी के लिए भारत को सराहा
कोरोना महामारी के दौरान भारत में प्रथम सोपान के अंतर्गत गरीब वर्ग को खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी गई थी। दूसरे सोपान के अंतर्गत मुफ़्त वैक्सीन दिया जा रहा है जिससे गरीब वर्ग को बीमारियों से बचाए रखा जा सके।