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पक्षी जीवन
खुला आकाश तुम्हारा पथ है नन्हें पंख तुम्हारा रथ है ना भूत, भविष्य की चिंता है ना कोई विरासत खोने का भय
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अति दूर
विरह की पीड़ा से मैं जलती, परदेसी पर तुम न आए मुझ बिरहन को सखियाँ देखें, पूछें दिल का हाल ? रूठ गया मधुमास है मुझ से, रूठा है जगसार आ जाओ प्रिय पाहुन से तुम, बन सावन की बहार
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मंगलसूत्र
तभी कावेरी के ख्यालों का ताँता टूटा, देखा उसका ऑफ़िस आ गया है | तेज़ क़दमों से आगे बढ़ती हुई कावेरी अपने ऑफिस के कमरे के सामने पहुँची, देखा तो सामने उसकी मित्र साधना
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संस्मरण: पिता जी और विज्ञान की किताब
आज दीपक के पिता जी इस दुनियाँ में नहीं हैं परन्तु उनकी यह बात दीपक को समय समय पर याद आती रहती है और श्रद्धा से दीपक का मन द्रवित हो जाता है |
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विवशता और प्रतिशोध
“एक दिन जब अवनीश बाथरूम में नहा रहा था तो यकायक मेरे मस्तिष्क में एक विचार आया कि क्यौं न अपने पड़ोसियों, जिनसे अभी तक मेरा कोई परिचय नहीं था, की सहायता ली जाय | बस जल्दी से मैंने एक कागज़ के पर्चे
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एक और विदाई
विमला आठ भाई बहनों में सबसे छोटी थी । माता पिता के पास धन का अभाव होने के कारण चाहते हुए भी विमला को बारह कक्षा पूरी होने के बाद पढाई करने का कोई साधन नहीं मिल पाया । वह घर के काम-काज में ही लग गयी । चाहते हुए भी विमला को वह सब […]