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सविता अग्रवाल
 

  • लॉक डाउन अभिशाप नहीं

    लॉक डाउन अभिशाप नहीं

    पहचानो, दो, समय स्वयं को स्वाध्याय से नाता जोड़ो

  • पक्षी जीवन

    पक्षी जीवन

    खुला आकाश तुम्हारा पथ है नन्हें पंख तुम्हारा रथ है ना भूत, भविष्य की चिंता है ना कोई विरासत खोने का भय

  • नव वर्ष २०२१

    नव वर्ष २०२१

    अनेकों उम्मीदें भर लाये जीवन में चलते जाने की मशाल लिए मुस्काए

  • अति दूर

    अति दूर

    विरह की पीड़ा से मैं जलती, परदेसी पर तुम न आए मुझ बिरहन को सखियाँ देखें, पूछें दिल का हाल ? रूठ गया मधुमास है मुझ से, रूठा है जगसार आ जाओ प्रिय पाहुन से तुम, बन सावन की बहार

  • मंगलसूत्र

    मंगलसूत्र

    तभी कावेरी के ख्यालों का ताँता टूटा, देखा उसका ऑफ़िस आ गया है | तेज़ क़दमों से आगे बढ़ती हुई कावेरी अपने ऑफिस के कमरे के सामने पहुँची, देखा तो सामने उसकी मित्र साधना

  • १५ अगस्त

    १५ अगस्त

    लेकर नये सलोने सपने धरती को अपनी हैं रंगते जला कर होली बर्बरता की नव आभा संचारित करते

  • संस्मरण: पिता जी और विज्ञान की किताब

    संस्मरण: पिता जी और विज्ञान की किताब

    आज दीपक के पिता जी इस दुनियाँ में नहीं हैं परन्तु उनकी यह बात दीपक को समय समय पर याद आती रहती है और श्रद्धा से दीपक का मन द्रवित हो जाता है |

  • विवशता और प्रतिशोध

    विवशता और प्रतिशोध

    “एक दिन जब अवनीश बाथरूम में नहा रहा था तो यकायक मेरे मस्तिष्क में एक विचार आया कि क्यौं न अपने पड़ोसियों, जिनसे अभी तक मेरा कोई परिचय नहीं था, की सहायता ली जाय | बस जल्दी से मैंने एक कागज़ के पर्चे

  • प्रिय तुम और मैं

    प्रिय तुम और मैं

    मेरे गहनों में नगों से जड़े हो तुम... तुम्हें गजरे में खुशबू सा बसाया मैंने ...

  • एक और विदाई

    एक और विदाई

    विमला आठ भाई बहनों में सबसे छोटी थी । माता पिता के पास धन का अभाव होने के कारण चाहते हुए भी विमला को बारह कक्षा पूरी होने के बाद पढाई करने का कोई साधन नहीं मिल पाया । वह घर के काम-काज में ही लग गयी । चाहते हुए भी विमला को वह सब […]

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