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चमत्कारिक संस्कृत ग्रंथ ‘राघवयादवीयम्’- सीधे पढ़ो तो राम कथा, विपरीत क्रम में पढ़ो तो कृष्ण कथा
कांचीपुरम के 17वीं शती के कवि वेंकटाध्वरि रचित ग्रन्थ ‘राघवयादवीयम्’ एक अद्भुत ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ को अनुलोम-विलोम काव्य’ भी कहा जाता है.
कांचीपुरम के 17वीं शती के कवि वेंकटाध्वरि रचित ग्रन्थ ‘राघवयादवीयम्’ एक अद्भुत ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ को अनुलोम-विलोम काव्य’ भी कहा जाता है.