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इसाई से हिंदू बने और 60 वर्ष की आयु में आयुर्वेद सीखा स्व. सीपी मैथ्यू ने

इस चित्र में ये जो सज्जन दिखाई दे रहे हैं, ये डॉक्टर सी.पी.मेथ्यू हैं, जो कोट्टायम मेडिकल कॉलेज के केंसर सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर और बाद में प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत हुए।

सेवानिवृति के बाद ये विश्व के 50 देशों में विजिटिंग प्रोफेसर थे। 60 वर्ष की आयु में इन्होने वह सब भूलने का निर्णय लिया जो कुछ भी उन्होने सीखा था। एक पारंपरिक वैद्य को इन्होने अपना गुरु बनाया और उनसे सीखी हुई विद्या से अनगिनत केंसर रोगियों को ठीक किया। इनके मरीजों में कई तो ऐसे मरीज थे जिन्हें अमेरिका की मेयो क्लीनिक ने भी जवाब दे दिया था।
बाद में इन्होने हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया और अपना उपनयन संस्कार भी करवाकर वेदों और उपनिषदों का स्वाध्याय किया।

20 अक्तूबर 2021 को इन का निधन हुआ और सारे अंतिम संस्कार हिन्दू धर्मानुसार हुए। केरल के किसी भी समाचारपत्र ने इनके देहावसान का समाचार नहीं छापा, क्योंकि ये ईसाई मत को छोड़कर हिन्दू बन गए थे और सनातन धर्म अपना लिया।