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भोपाल के छात्र ने बनाई बगैर ड्रायवर की कार

भोपाल। इन दिनों गूगल की ड्राइवर लेस कार खासी चर्चा में है। इसके इतर राजधानी के एक इंजीनियर ने भारतीय उपभोक्ताओं की क्षमता को ध्यान में रखते हुए एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जिससे घर बैठे ही कार चलाई जा सकती है। कहीं जाना है तो भी ड्राइविंग सीट पर बैठने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही यह ट्रिपल ब्रेन टेक्नोलॉजी आपकी कार को एक्सीडेंट से भी बचाएगी और आरामदायक सफर भी कराएगी। संकरी गलियों के आड़े-तेड़े रास्ते हों या हाइवे, यह किट हर जगह काम आएगी।
 
किट कैसे करेगी काम?
ओरियंटल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के थर्ड ईयर के स्टूडेंट सुशांत पटनायक ने यह कारनामा किया है। सुशांत बताते हैं,'इस किट को कार में फिट करने के बाद टैब या मोबाइल एप्लीकेशन से कमांड देना है। इस कमांड में डिवाइस को रूट की जानकारी दी जाती है। लोकेशन से डेस्टिनेशन आइडेंटिफाई करने के बाद कार उस रूट पर चलती है। यदि गाड़ी में लगे सेंसर को रूट में कहीं रुकावट दिखती है तो गाड़ी रुक जाती है और मोबाइल पर नोटिफिकेशन आता है। नोटिफिकेशन के बाद अगला कमांड देने पर ही गाड़ी आगे चलती है। इसके लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन भी तैयार किया है।'
 
एक्सीडेंट से ऐसे बचाएगी कार
सुशांत बताते हैं, 'किट में ट्रिपल ब्रेन टेक्नोलॉजी लगाई गई है। इसमें तीन कैमरे लगे होते हैं। कार चलते वक्त यदि एक कैमरा भी सिग्नल देता है कि आगे रुकावट है तो कार रुक जाती है। इसके साथ ही जब तक दो कैमरे रास्ता साफ होने का सिग्नल नहीं देते तब तक कार आगे नहीं बढ़ती। कार में बैठे-बैठे मोबाइल से इसे मैन्युअली भी ऑपरेट किया जा सकता है।
 
कीमत 1 से 5 लाख
इस किट की कीमत 1 से 5 लाख रुपए है। सुशांत कहते हैं कि विदेशों में बन रही ड्राइवर लेस कार खरीदने के लिए उसे अपनी कार बेचकर नई कार खरीदनी होगी। यह भारतीय अफॉर्ड नहीं कर सकता। इसलिए मैंने ऐसी किट बनाई है कि उसे मौजूदा कार में ही वे सारी सुविधाएं मिल सके।
 
साभार- दैनिक भास्कर से