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पदों की महत्वाकाँक्षा से किसी को क्या मिलता है
मेरा अनुभव है कि सरकार बदलने के साथ ही बहुत सारी बातें अनायास ही बदल जाती हैं या अमल में आती हैं.नयी नीतियाँ,नये नियम,नये आदेश,नये लोग,और नयी समझ का आगाज़ होता है.यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है क्योंकि “तिल तिल नूतन होय”—वाला आप्त-वचन प्रकृति और राजनीति दोनों पर लागू होता है.पिछले दिनों मेरे एक मित्र आग […]
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पद यात्राओं का दौर
हमारे देश में पैदल-यात्राओं का लम्बा इतिहास रहा है।राजनेताओं ने भी ये यात्राएँ की हैं और सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने भी।राजनीतिक यात्राएँ अपेक्षाकृत ज्यादा हुयी हैं। राजनीतिक पदयात्राओं की शुरुआत का श्रेय महात्मा गांधी को दिया जाता है। एक तरह से महात्मा गांधी को राजनीतिक पदयात्राओं का जनक कहा जा सकता है।महात्मा गांधी अक्सर पैदल ही […]
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अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक कला, संस्कृति और पर्यटन को प्रचारित करने का प्रयास……
हिंदी साहित्य समिति, बूंदी द्वारा 22 अक्टूबर 2022 को पर्यटन लेखक के रूप में साहित्य रत्न और समाज रत्न अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया।
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जन्मदिन पर विशेष: विकास का अपना ही रिकार्ड तोड़ने वाली शख्सियत धारीवाल
29 अक्टूबर 2022 को जन्मदिन पर अनंत शुभकामनाएं...........
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कश्मीरी हुिंदुओं के घाव पर नमकः सर्वोच्च न्यायालय की बेरुखी
कश्मीरी पंडित नेता अग्निशेखर ने सर्वोच्च न्यायालय की इस उदासीनता पर गहरा दुःख जताया है और कहा है कि हमारा शान्ति-प्रिय कश्मीरी-पंडित-समुदाय अब जाय तो कहाँ जाय?
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राजभाषा विभाग द्वारा द्वारा जन शिकायतों पर कार्यवाही न करने के विरुद्ध लोक परिवाद
राजभाषा के नाम पर करदाताओं के करोड़ों रुपये फूँके जा रहे हैं इसलिए यह शिकायत कर रहा हूँ-
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वो गुरु, जो याद आते रहेंगे…
मैं कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय चला आया।दरअसल, इस बीच डॉ. शशिभूषण सिंहल कुरुक्षेत्र आ गये थे। उन्होंने मुझे वहां बुला लिया और उन्हीं के निर्देशन में मैं ने यूजीसी की फ़ेलोशिप पर शोधकार्य किया।१९६६ में राजस्थान लोकसेवा आयोग,
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हिन्दू कब तक अपमानित होगा ?
अविश्वासियों और विश्वासियों में शतकों से चल रहें सैद्धांतिक और वैचारिक संघर्ष में जब यह इस्लाम की विजय और सनातन धर्म की पराजय का कारण बनेगा तो उसका उत्तरदायी कौन होगा? भविष्य में भारत को पुनः विश्व गुरु के सिंहासन पर सुशोभित करने के लिए प्रयासरत भाजपा अपने ही उद्देश्यों और सिध्दांतों के विरुद्ध ऐसी विपरीत आत्मघाती मानसिकता
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कश्मीर घाटी पर किसका नियंत्रण सरकार का कि आतंकवादियों का?
यानी एक समुदाय या वर्ग-विशेष को लक्ष्य बनाकर हत्याएं करना। घाटी में पिछले एक महीने के दौरान लगभग नौ नागरिकों की निशाना बनाकर निर्मम हत्या की जा चुकी है। इनमें महिलाएं और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं।
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अनुवाद से हिंदी साहित्य को मिलेगी नई पहचान
वैश्वीकरण के इस दौर में अनुवादक की महिमा और उसके योगदान को नकारा नहीं जा सकता। मोटे तौर पर यह अनुवादक ही है जो दो संस्कृतियों, राज्यों, देशों एवं विचारधाराओं के बीच ‘सेतु’ का काम करता है।