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श्रीजगन्नाथपुरी में अक्षयतृतीया 22अप्रैल को
वर्ष 2023 की अक्षय तृतीया 22अप्रैल को है। भारत के सभी प्रदेशों में अक्षय तृतीया आस्था तथा विश्वास के साथ मनाई जाती है।पुरी धाम में इसके मनाये जाने की अत्यंत गौरवशील परम्परा रही है। यहां पर लगभग एक हजार वर्ष पूर्व से यह परम्परा देखने को मिलती है। वैशाख शुक्ल तृतीया को ही अक्षय तृतीया […]
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मामस भुवनेश्वर द्वारा सामूहिक रुप से गणगौर का आयोजन
भुवनेश्वर स्थानीय यूनिट 3 नेत्रहीन सभागार में मारवाड़ी महिला समिति भुनेश्वर की अध्यक्षा नीलम अग्रवाल के कुशल नेतृत्व में मारवाड़ी नव विवाहित कन्याओं का पर्व गणगौर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मारवाड़ी महिला समिति की नई नवेली दुल्हनों ने सज धज कर गणगौड़ की पूजा की और अपने अपने प्रथम वैवाहिक जीवन […]
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कीस के बच्चों ने फिल्मी कलाकारों के साथ खेली होली
भुवनेश्वर। विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय कीस के बच्चों ने फिल्मी कलाकारों के साथ होली मनाई। होली को लेकर छात्रों में अधिक उमंग और उत्साह देखने को मिला। कीस छात्रों ने ओड़िया सिनेमा जगत के प्रमुख सितारों, लेखकों, कलाकारों, हास्य कलाकारों, बुद्धिजीवियों, समीक्षकों, निर्देशकों के साथ हर्षोल्लास के साथ होली मनाई। पारंपरिक राधाकृष्ण […]
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मारवाडी सोसाइटी,भुवनेश्वर द्वारा आयोजित होली मिलन संपन्न
भुवनेश्वर। स्थानीय जयदेवविहार स्थित जनतामैदान में 8मार्च को मारवाडी सोसाइटी,भुवनेश्वर द्वारा होलीबंधु मिलन आयोजित किया गया जिसमें समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में ओडिशा के महामहिम राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल जी पधारकर तथा मंच के नीचे से ही अपने संबोधन में होली के पौराणिक महत्त्व को बताया। अवसर पर समाज के कुछ शीर्ष लोगों […]
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परशुराम मित्र मण्डल, भुवनेश्वर ने मनाई राजस्थानी अंदाज में डफ संग होली
बुवनेश्वर। स्थानीय उत्कल अनुज हिंदी वाचनालय प्रांगण में मशहूर राजस्थानी गायक मुरारीलाल लढानिया के कुशल नेतृत्व में राजस्थानी अंदाज में डफ और चंग संग होली मनाई।संग में किशन खण्डेलवाल, रामकिशोर शर्मा,सजन लढानिया आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी राजस्थानी गायकी,चंग,डफ और हारमोनियम वादन में पूर्ण सहयोग दिया। गौरतलब है कि परशुराम मित्र मण्डल […]
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सामाजिक समरसता और उल्लास का पर्व :- होली
भारतीय संस्कृति में होली के पर्व का अद्वितीय स्थान है। यह पर्व उमंग, उल्लास, उत्साह और मस्ती का पर्व है। होली का पर्व सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला पर्व है। होली का पर्व जलवायु परिवर्तन का भी संकेत देता है । होली का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया […]
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छठ की छठा से जगमगा उठा भुवनेश्वर
गौरतलब है छठ पूजा का प्रचलन जो बिहार प्रांत से आरंभ हुआ आज ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे भारत और विश्व के अनेक देशों में भी देखा जा रहा है जिसमें पूरी आस्था और श्रद्धा है ।
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धनतेरस, दिवाली और भाई दूज का मुहुर्त
22 अक्टूबर शनिवार को शाम 04:33 बजे से त्रयोदशी तिथि प्रारंभ हो रही है. जो अगले दिन 23 अक्टूबर रविवार को शाम 05:04 बजे तक रहेगी. कार्तिक कृष्ण की शाम त्रयोदशी तिथि में भगवान गणेश, माता लक्ष्मी के साथ भगवान धन्वंतरी की पूजा होती है.
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रक्षा बंधन मात्र भाई बहन के स्नेह का ही नहींं समाज को जोड़ने का त्यौहार भी है
रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे भारत वर्ष में अपार उत्साह के साथ मनाया जाता है। परंतु, विभिन्न प्रदेशों में इसे अलग अलग नामों से पुकारा जाता है। जैसे उत्तरांचल में इसे श्रावणी कहते हैं। इस दिन यजुर्वेदी द्विजों का उपकर्म होता है। उत्सर्जन, स्नान-विधि, ॠषि-तर्पणादि करके नवीन यज्ञोपवीत धारण किया जाता है। ब्राह्मणों का यह सर्वोपरि त्यौहार माना जाता है।
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श्रीजगन्नाथपुरी में फलदायी अक्षय तृतीया का भव्य आयोजन 3 मई को
महाप्रभु जगन्नाथ के प्रदेश ओडिशा के घर-घर में अक्षय तृतीया व्रत तथा उसके अनुपालन की सुदीर्घ परम्परा रही है। नये सामाजिक तथा पारिवारिक रिश्तों का श्रीगणेश अक्षय तृतीया से होता है। नये शुभ कार्य,नये आवास,नये कारोबार,नई दुकानों,ब्रह्मचारियों के जनेऊ संस्कारों तथा यज्ञ आदि का शुभारंभ अक्षय तृतीया के दिन से ही आरंभ होता है।