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राजकमल के किताब उत्सव में चर्चा, संवाद और काव्य की त्रिवेणी की रसधार
मुंबई। राजकमल प्रकाशन द्वारा वर्ली के नेहरू सेंटर में आयोजित ‘किताब उत्सव’ के तीसरे दिन कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में कई महत्वपूर्ण पुस्तकों और विषयों पर बातचीत हुई। ‘किताब उत्सव’ में लगाई गई पुस्तक प्रदर्शनी में शहरवासियों के साथ-साथ कई साहित्यकारों और सिनेमा जगत के अदाकारों का आगमन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत जयशंकर प्रसाद पर […]
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कविता है मन दर्पण का प्रतिबिंब ……….
( कविता का बाजारवाद की ओर बढ़ना चिंताजनक ) विश्व कविता दिवस 21 मार्च 2023 के अवसर पर दुनिया की खूबसूरती को बयां करने के लिए कविता से बेहतर कोई माध्यम नहीं है। प्राणवायु का कार्य करती कविता में सपनों का संसार बसता है। कवियों, श्रोताओं और पाठकों के लिए भूत भी कविता थी, वर्तमान […]
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भारतीय भाषाओं का यह ‘अमृतकाल’ है : अंशुली आर्या
नई दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित राजभाषा सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग की सचिव एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती अंशुली आर्या ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में शीर्ष नेतृत्व ने हिंदी और भारतीय भाषाओं को बहुत बढ़ावा […]
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भाषा लोगों के दिलों को जोड़ती है- चमू कृष्ण शास्त्री
आईआईएमसी में ‘भारत की वर्तमान भाषाई चुनौतियॉं और समाधान’ विषय पर विशेष संवाद कार्यक्रम नई दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली में भारत की वर्तमान भाषाई चुनौतियॉं और समाधान विषय पर विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता व शिक्षा मंत्रालय की भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष चमू कृष्ण शास्त्री […]
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“अकादमिक लेखन : शोध की नई प्रवृत्तियाँ” पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
नवाचार को अपनाएं शोधार्थी – प्रो. देवराज वर्तमान में भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर – प्रो.ऋषभदेव शर्मा शोध-पद्धति का ज्ञान आवश्यक – प्रो. पूरन चंद टंडन बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। वर्धमान कॉलेज, बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में “अकादमिक लेखन : शोध की नई प्रवृत्तियाँ” विषय पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की शुरुआत […]
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हिमानी शिवपुरी ने सुनाई अपनी संघर्ष गाथा
मुंबई, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर चित्रनगरी संवाद मंच में स्त्री शक्तियों की संघर्ष कथा में में त्रिस्त्री शक्ति के रूप में सुप्रसिद्ध अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, प्रतिष्ठित लेखिका डॉ स्मिता दातार और रेडियो सखी ममता सिंह ने कुछ इस तरह रंग जमाया कि श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए। इसकी शुरुआत में सबसे पहले जब हिमानी […]
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हमारी भारतीय संस्कृति ने हमेशा जोड़ने का कार्य किया है – डॉ जयश्री
कोटा। राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर एवं आर्यन लेखिका मंच के संयुक्त तत्वावधान में कबीर पारख संस्थान विनोबा भावे नगर कोटा में ” राजस्थान का हिन्दी महिला लेखन : साम्प्रदायिक सदभाव निर्माण में योगदान विषय पर साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन आर्यन लेखिका मंच द्वारा आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अनुकृति त्रैमासिक पत्रिका की संपादक डॉ जयश्री […]
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काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के भोजपुरी अध्ययन केंद्र में ‘अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस’ पर परिचर्चा
बनारस। हमें अपनी मातृभाषाओं की ओर लौटना होगा। दुनिया की ज्ञान परंपरा से जुड़ने के लिए अन्य भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए, लेकिन मातृभाषा की अपनी अलग ही अहमियत है। मातृभाषा ‘हम’ की अवधारणा पर कार्य करती है ‘अहम्’ की नहीं जो कि वसुधैव कुटुम्बकम का मूल प्राण तत्व है। उक्त उद्गार चर्चित साहित्यकार एवं […]
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सुशासन ने बनाया छत्रपति शिवाजी को सर्वश्रेष्ठ सम्राट : उदय माहुरकर
नई दिल्ली, 17 फरवरी। वरिष्ठ पत्रकार एवं भारत सरकार के सूचना आयुक्त उदय माहुरकर का कहना है कि पिछले एक हजार वर्षों के दौरान भारत में अगर कोई सर्वश्रेष्ठ सम्राट हुआ, तो वो सिर्फ छत्रपति शिवाजी ही थे। उनका साम्राज्य महाराष्ट्र के अलावा दक्षिणी गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और चेन्नई, पुणे से पेशावर और […]
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पारंपरिक शिक्षा प्रणाली से आएगा सुराज : गिरीश प्रभुणे
नई दिल्ली, 10 फरवरी। भारतीय जन संचार संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘शुक्रवार संवाद’ को संबोधित करते हुए पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं भटके विमुक्त विकास परिषद, पुणे के संस्थापक गिरीश प्रभुणे ने कहा कि हमने स्वतंत्रता हासिल कर ली है और अब हम सुराज की तरफ बढ़ रहे हैं। यह तब होगा, जब […]