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बाल प्रतिभा: बाल प्रतिभा: प्रांशु

कोटा। होनहार बिरवान के होते चिकने पात उक्ति 14 वर्षोय प्रांशु पर सटीक बैठती है जो बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि का बालक रहा है। इसी वर्ष भीलवाड़ा के संगम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस से कक्षा आठ में केंब्रिज बोर्ड की लोअर सेकेंडरी चेकपॉइंट परीक्षा में राजस्थान में प्रथम रह कर भीलवाड़ा का नाम रोशन किया। कक्षा एक से ही हमेशा अपनी क्लास में अव्वल रहा है। पढ़ाई के साथ – साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में रुचि लेते हुए कक्षा दो में ‘अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड़ अंग्रेजी 2015″ में भाग लेकर राज्य स्तर पर टॉप कर प्रथम स्थान पर रहा और इसे गोल्ड मेडल, सर्टिफिकेट एवं 2500 राशि का चेक प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। ऐसे ही कक्षा 3 में “सामान्य ज्ञान अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड 2016” में स्कूल में तीसरा स्थान आने पर ब्रोंज़ मेडल एवं प्रमाणपत्र से पुरस्कृत किया गया। कक्षा चार में विद्यालय के सर्वाधिक सक्रिय छात्र के रूप में पुरस्कृत किया गया।

वर्ष 2016 में भीलवाड़ा की भारत विकास परिषद इकाई ने बेस्ट स्टूडेंट ऑफ स्कूल से सम्मानित किया। भीलवाड़ा स्तर पर शहर के समस्त विद्यालयों के करीब 40 बालक -बालिकाओं की आयोजित विज्ञान माडल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया। पढ़ाई के साथ – साथ विद्यालय में आयोजित विविध खेल कूद, वाद – विवाद, निबंध आदि कई प्रतियोगिताओं ने उत्कृट प्रदर्शन कर दो दर्जन से अधिक मेडल, ट्राफी और प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया गया।

प्रियांशु ने बताया पेंटिंग की बुक में पेंटिंग देख कर लगता था मै भी ऐसा कुछ बनाऊ, अपनी कल्पना को कागज पर उतारू। पांच वर्ष की उम्र से पेंटिंग की तरफ रुझान हो गया। चित्र बनाना, रंग भरना, पेंसिल से स्केच बनाना, पोर्ट्रेट बनाना अध्यापक से सीख कर खूब प्रेक्टिस की। आज मोबाइल पर देख कर नए नए प्रयोग कर रहा है। ऐसा ही एक प्रयोग काफी पेंटिंग बनाने का किया है। पेंटिंग के रंगो को टिकाऊ बनाए रखने के लिए फिकसेटिव स्प्रे का उपयोग करता है। कैनवास पर एकलेरिक कलर से पेंटिंग बनाने लगा है।

विविध विषयों के साथ एनिमल, मानव, ईश्वर, फ्लूइड आर्ट, फ्लॉवर, प्रकृति, हॉरर,पोर्ट्रेट, लैंड स्केप, आदि पर लगभग 200 पेंटिंग बना चुका है। यू ट्यूब पर अपना एक वीडियो चेनल भी बना लिया है जो लोकप्रिय हो रहा है। कला प्रेमी इसके बनाए चित्रों को पसंद करने लगे हैं। भीलवाड़ा में ग्रामीण हाट में आयोजित प्रदर्शनी में 2 पेंटिंग प्रदर्शित कर भाग लेने पर प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इसके बनाए गए महाराणा प्रताप के पोर्ट्रेट पर महाराणा प्रताप जयंती पर जून 2022 को कोटा में राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय द्वारा मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। भीलवाड़ा में दृष्टि एन आर्ट लवर ग्रुप द्वारा 21 जून 2022 से दो दिवसीय पेंटिंग प्रदर्शनी में अन्य चित्रकार बालकों के साथ अपनी चार पेंटिग्स के साथ भाग लिया।

प्रियांशु पेंटिंग के साथ – साथ संगीत के सात स्वर और उनसेे गाने की धुन निकालने की कला सीखने के लिए मोबाइल को अपना गुरु बना लिया। इसके माध्यम से आज यह तबला, ढोल, प्यानो , कोंगो और हारमोनियम से संगीत की धुन निकालने में प्रवीण हो रहा है। हिंदी और अंग्रेजी भाषा के साथ तीसरी भाषा के रूप में फ्रेंच भाषा भी सीख रहा है।

स्वस्फूर्त क्रियाशील प्रांशु इन सब के लिए माता – पिता की प्रेरणा और प्रोत्साहन बताता है। तुम जीवन में क्या बनना चाहते हो इस प्रश्न पर वह कहता है मैने कुछ नहीं सोचा, मै लक्ष्य लेकर नहीं चलता हूं और न ही मेरे माता – पिता का किसी तरह का कोई दबाव है। पढ़ने, खेलने, पेंटिंग बनाने, संगीत सीखने में मुझे बहुत आनन्द आता है। बालक का यह सन्देश सभी बालकों को तो प्रेरित करता ही है साथ ही उन माता – पिता के लिए भी है जो बच्चों को अपने सपने पूरे करने के लिए केवल डाक्टर या इंजीनियर बनाने की धुन में हर वक्त पढ़ाई का बोझ डाल कर उसके बचपन को ही लील देते हैं।