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कारवां-ए-उर्दू लिटरेचर अवार्ड से नवाज़े गए डॉ. चन्द्रकुमार जैन

राजनांदगांव । संस्कारधानी के साहित्यिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक नितांत नया आयाम जोड़ते हुए दिग्विजय कालेज के प्रोफेसर डॉ. चन्द्रकुमार जैन कारवां-ए-उर्दू लिटरेचर अवार्ड से नवाज़े गए हैं । विदेश में उन्हें यह सम्मान हिंदी भाषा और साहित्य की निरंतर एकनिष्ठ और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया गया है ।

साहित्य के लिए दोहा में मिले इस नायाब अवार्ड से साथ साथ नवाज़े गए प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास के साथ डॉ. चन्द्रकुमार जैन ने शहर और छत्तीसगढ़ राज्य की सृजन संपदा के इतिहास में एक नया इतिहास जोड़ दिया है।

दोहा के डीपीएस एमआईएस सभगृह में नामचीन हस्तियों और हिंदी उर्दू दोआब के चाहने वालों के सामने एक यादगार आयोजन में डॉ. जैन को कारवां-ए-उर्दू के चेयरमैन अजीम अब्बास और प्रवासी भारतीय सम्मान से विभूषित जाने माने व्यक्तित्व हसन चौगले ने सम्मानित किया ।

दिग्विजय कालेज की प्राचार्य डॉ. श्रीमती बी.एन.मेश्राम सहित महाविद्यालय परिवार और बड़ी संख्या में साहित्य सेवियों, संस्कृति कर्मियों और डॉ. जैन की अभिव्यक्ति कला के प्रशंसक युवाओं ने यह गौरव दिलाने के लिए उन्हें बधाई दी है ।