Saturday, April 20, 2024
spot_img
Homeमनोरंजन जगतडॉ. सुभाष चन्द्रा ने पूछा, फिल्मों की सफलता की वजह क्या होती...

डॉ. सुभाष चन्द्रा ने पूछा, फिल्मों की सफलता की वजह क्या होती है?

हैदराबाद में GEC 2017 में सिनेमा पर सबसे बड़ी चर्चा में राज्यसभा सासंद डॉ सुभाष चंद्रा ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा से जुड़ी कई शख्सियतों से ‘फ्यूचर ऑफ सिनेमा’ पर चर्चा की. डॉ.चंद्रा ने कहा कि सिनेमा में तेजी से बदलाव हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘मैं सिनेमा के काफी करीबी रहा हूं.’ डॉ.चंद्रा ने कहा कि भारत में हॉलीवुड की कई फिल्में हिंदी फिल्मों से अच्छी चली हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय सिनेमा का इकोनमी पर प्रभाव क्यों नहीं है? डॉ. चंद्रा ने पैनल में बैठे लोगों से पूछा कि किसी फिल्म की कामयाबी की क्या वजह होती है? इस दौरान चर्चा में बॉलीवुड अभिनेत्री अदिती राव हैदरी ने भी शिरकत की. डॉ चंद्रा ने पैनलिस्टों से पूछा कि सिनेमा स्क्रिप्ट से चलता है या सुपरस्टार से?

इस चर्चा में एक स्पैनिश दर्शक ने सवाल किया कि भारतीय फिल्मों में महिलाओं को सेक्सी और खूबसूरत ही दिखाया जाता है. क्योंकि यहां अभिनेत्री का अभिनेत्री होना काफी नहीं है बल्कि उसका खूबसूरत होना भी जरूरी है. जबकि हॉलीवुड में ऐसा नहीं है. क्या यह नस्लवाद नहीं है?

सिनेमा में महिलाओं को एक वस्तु की तरह इस्तेमाल करने के इस सवाल के जवाब में डॉ.सुभाष चंद्रा ने कहा कि बॉलीवुड ने कई ऐसी फिल्में दी है जिनमें महिलाओं की खूबसूरती की बजाय उनके संघर्ष और साहस का बखूबी चित्रण किया गया है.

इसी सवाल के जवाब में अदिति राव हैदरी ने कहा कि आपका कहना ठीक है लेकिन इसके लिए हम महिलाओं को ही पहल करनी होगी. हमारे सिनेमा में बदलाव आ रहा है लेकिन इसमें थोड़ा समय लगेगा. मैं आपकी बात से सहमत हूं लेकिन हर चीज को बदलने में समय लगता है.

अदिति ने कहा कि जरूरी नहीं कि 400 करोड़ कमाने वाली फिल्म ही अच्छी फिल्म हो. डॉ.चंद्रा ने पैनलिस्टों से पूछा कि हाल में सिनेमा देखना मैजिक जैसा है सिनेमा में भी डिजिटल मीडिया धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है? इसके जवाब में आदिति राव हैदरी ने कहा कि सिनेमा और डिजिटल माध्यम का अपना अलग-अलग महत्व है.

पैनल में फिल्म निर्माता रॉनी स्क्रूवाला ने कहा कि दुनिया के कई देशों में सिनेमा कोर्स का हिस्सा है. विदेशी मेहमानों में नेक्स्ट पेज प्रोडक्शन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टेफनी ओकेरेके लिनस इडाहोसा ने कहा कि सिनेमा के लिए भाषा कोई बाधा नहीं है. उन्होंने कहा कि आजकल दर्शकों को नए-नए आईडिया पसंद आते है. स्टेफनी ने कहा कि सिनेमा ने कई लोगों को रोजगार दिया है. आपको बता दें कि हैदराबाद में चल रहे GES 2017 समिट का आज दूसरा दिन है. इस समिट का मंगलवार (28 नवंबर) को पीएम मोदी और इवांका ट्रंप ने उद्धाटन किया था. इस समिट में 1500 से ज्यादा कारोबारी, उद्योगपति आदि हिस्सा ले रहे है.

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार