Thursday, April 25, 2024
spot_img
Homeपुस्तक चर्चापश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री ए. के. गुप्ता द्वारा ‘रेल दर्पण’...

पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री ए. के. गुप्ता द्वारा ‘रेल दर्पण’ के नवीनतम अंक का विमोचन

मुंबई। भारत की महामहिम राष्ट्रपति महोदया के हाथों भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा निदेशालय की महत्त्वपूर्ण पुरस्कार योजना के अंतर्गत देश की सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी पश्चिम रेलवे की लोकप्रिय गृह पत्रिका “रेल दर्पण” के नवीनतम अंक का विमोचन सोमवार, 15 जुलाई, 2019 को चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री ए. के. गुप्ता ने किया। इस अवसर पर श्री गुप्ता ने पत्रिका की सम्पादकीय टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एक लोकप्रिय गृह पत्रिका के रूप में “रेल दर्पण” ने अपनी रचनात्मक उत्कृष्टता के लिए न सिर्फ अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, बल्कि पश्चिम रेलवे की साहित्यिक प्रतिभाओं को उनकी वैचारिक अभिव्यक्ति के लिए एक सशक्त माध्यम भी उपलब्ध कराया है। इस मौके पर अपर महाप्रबंधक श्री वी. के. त्रिपाठी, विभिन्न प्रधान विभागाध्यक्षों और ‘रेल दर्पण’ के प्रधान सम्पादक एवं पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्र भाकर के अलावा ‘रेल दर्पण’ के वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक श्री गजानन महतपुरकर और उप सम्पादक श्री वर्गीस जॉर्ज भी उपस्थित थे।

प्रधान सम्पादक श्री भाकर ने महाप्रबंधक महोदय को नवीनतम अंक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह नया अंक ‘रेल दर्पण’ का 29 वाँ अंक है। इस बार के अंक को भारत सरकार के सुरुचिपूर्ण घोष मंत्र ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को मुख्य रूप से आधार बनाया गया है और नये अंक का आवरण पृष्ठ भी इसी पर आधारित है, जिसमें आधुनिक भारत की एकता और प्रगति के प्रतीक को दर्शाती लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की केवड़िया में पिछले वर्ष स्थापित भव्य प्रतिमा का आकर्षक और विहंगम दृश्य इस पृष्ठ की शोभा बढ़ा रहा है, वहीं ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के प्रतीक चिह्न के साथ दर्शाई गई काव्य पंक्तियाँ हमारे गौरवशाली राष्ट्र की गरिमा को बखूबी अभिव्यक्त कर रही हैं। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को आधार बनाकर लिखी गई विशेष काव्य रचना ‘राष्ट्र के गौरव का गान’ इस नये अंक का एक प्रमुख आकर्षण है, जिसमें हमारे प्रिय राष्ट्र की गौरवशाली संस्कृति और समृद्ध इतिहास के अलावा गतिशील वर्तमान की प्रगतिशील उपलब्धियों और उज्ज्वल भविष्य की सुखद कल्पनाओं को प्रभावशाली शब्द चित्रों एवं काव्यात्मक अभिव्यंजनाओं के माध्यम से बखूबी पिरोया गया है।

‘रेल दर्पण’ के इस नये अंक में जहाँ पश्चिम रेलवे पर पिछले कुछ महीनों में हुई उल्लेखनीय प्रगति और सामयिक गतिविधियों की सचित्र झलक देखने को मिलेगी, वहीं हमेशा की तरह सखियों का संसार, व्यंग्य-वीथिका, स्वास्थ्य चर्चा, कथा-कुंज, पुस्तक समीक्षा, ज़िंदादिली और उल्लास के हरकारे, खेल-खिलाड़ी, विशेष फोटो फीचर और पाठक-पीठिका जैसे नियमित स्तम्भ सभी के मन-मस्तिष्क को गुदगुदाने और लुभाने के लिए तैयार हैं। विशेष अतिथि रचनाकार के काफी लोकप्रिय स्तम्भ में इस बार मशहूर कवि स्व. सुरेन्द्र दुबे जी के कुछ चुनिंदा गीत पेश किये गये हैं, वहीं अंग्रेज़ी खंड में इस बार स्पेशल फीचर में पश्चिम रेलवे की गौरवशाली धरोहर की सचित्र झलक के अलावा मशहूर अभिनेता श्री जैकी श्रॉफ के खास इंटरव्यू का आनंद उठाया जा सकता है। इनके अलावा प्रादेशिक भाषा मराठी को समर्पित ‘माय मराठी’ की शृंखला भी यथावत जारी है। इस पत्रिका का ई-संस्करण पश्चिम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट www.wr.indianrailways.gov.in. पर भी उपलब्ध है।

फोटो कैप्शन- पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री ए. के. गुप्ता ‘रेल दर्पण’ के नवीनतम अंक का विमोचन करते हुए। उनके साथ अपर महाप्रबंधक श्री वी.के. त्रिपाठी, विभिन्न प्रधान विभागाध्यक्ष, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एवं प्रधान सम्पादक श्री रविंद्र भाकर तथा ‘रेल दर्पण’ के वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक श्री गजानन महतपुरकर भी दिखाई दे रहे हैं।

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार