Saturday, April 20, 2024
spot_img
Homeदुनिया भर कीगिरिराज सिंह ने कहा, स्कूलों में गीता पढ़ाई जाए

गिरिराज सिंह ने कहा, स्कूलों में गीता पढ़ाई जाए

बेगूसराय। अपने बयानों के लिए चर्चित केंद्रीय मंत्री और बिहार के बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मिशनरी स्कूलों से पढ़कर विदेश जाने वाले ज्यादातर भारतीय बीफ खाना शुरू कर देते हैं। गिरिराज ने कहा कि छात्रों में संस्कार डालने के लिए निजी स्कूलों में गीता के श्लोकों की शिक्षा दी जानी चाहिए।

बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक सिखाया जाए और स्कूल में मंदिर बनाया जाए, क्योंकि मिशनरी स्कूलों में बच्चे पढ़-लिखकर डीएम, एसपी और इंजिनियर तो बन जाते हैं लेकिन वही बच्चे जब विदेश जाते हैं तो अधिककर गोमांस का भक्षण करते हैं। उन्हें वह संस्कार ही नहीं मिल पाता है। लिहाजा जरूरी है कि बच्चों को बचपन से ही स्कूलों में गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाया जाए।’

‘बच्चों को गीता श्लोक सिखाया जाए’
गिरिराज ने भागवत कथा के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेते हुए कहा, ‘सरकारी स्कूलों में अगर मैं गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाने की बात करेंगे तो लोग कहेंगे कि भगवा अजेंडा लागू किया जा रहा है। इसकी शुरुआत प्राइवेट स्कूलों से होनी चाहिए।’

गिरिराज ने कहा, ‘1947 में 33 करोड़ आबादी थी, आज घोषित 125 करोड़ है, अघोषित 136-141 करोड़ है। आज देश में 54 जिलों में हिंदुओं की आबादी गिर गई है। अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तो ना तो विकास होगा ना सामाजिक समरसता बचेगी।’

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार