Friday, April 19, 2024
spot_img

देव उठी रिया

(मालवी बातां)

भई बेन तेड़ो भी अय गयो होगा।
तमारे यां से कित्ता जना बुलाया। हमारे तो एक जना को तेड़ो। म्हारे ज कियो।
मालम है के इ डरफुस्स आयेगा नी।

में भी अबी नी जाउंगा । फेर जदे कोरोना चलयो जायगा जदे। अबी तो लिफाफा भी कसे पकड़ेगा लाड़ा लाड़ी।
उनके लीफाफा आला गिला हुई जाय।नवरा काम नी करना।

यूं भी मुंडा पे कपड़ो पेरी के पाणीपूरी नी खवाय। गराड़ू खाओ तो नाक से पाणी आय।पछे सब घांदो।फेर कोई से को के _____उ कागज दीजे तो___ ए उको कय नाम टिशू पेपर।

इका वासते अभी तो नी जाणो।सोगन वोगन तो कोई देगा नी के___”म्हार सोगन आजो ज सय।तो सोची समजी के जाजो ने पाछा घरे आओ तो बारणे चपला काड़जो। मेंगी साड़ी के पाणी में खंगार लीजो।कय है थोड़ी बिगड़ी जायगी पण तमारो कोरोना से छूटवा को शौक पूरो हुई जायगा।
जाजो मति।जिके भोत जरूरी है वी भी सोची रया है कि नी जाणो।

पेला सब मिली के कोरोना के भगाणो।

प्रस्तुति
माया बदेका
उज्जैन मध्यप्रदेश

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार