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वतन के लिए नारे लगाना इस्‍लाम के खिलाफ है तो उसे कुरान पढ़नी चाहिए

पाकिस्तान के प्रमुख धर्मगुरु और मिन्हाजुल कुरान इंटरनेशनल के संस्थापक मोहम्मद ताहिरुल कादरी ने कहा कि भारत में उन्‍हें ‘कम प्‍यार नहीं मिलता है’। उन्‍होंने एक भारतीय चैनल के साथ बातचीत में कहा, ‘अल्‍लाह की कसम खाकर कहता हूं कि मुझे जितना प्‍यार पाकिस्‍तान में मिला है, भारत में उससे कम नहीं मिला है। दिक्‍कत अवाम के दिलों में नहीं है। अवाम मिलना चाहते हैं। जुड़ना चाहते हैं। मगर अगर हमारी सियासत उन्‍हें मिलने न दें तो इसमें अवाम का कसूर क्‍या है। अवाम को मिलने मिलाने का पैगाम आम होना चाहिए।’ आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले पाकिस्‍तानी क्रिकेटर शाहिद आफरीदी ने कह दिया था कि उन्‍हें भारत में पाकिस्‍तान से ज्‍यादा प्‍यार मिलता है, जिसकी वजह से उनकी कड़ी आलोचना हो रही है। लाहौर हाईकोर्ट ने तो उन्‍हें इस मामले में नोटिस तक भेज दिया है।

उन्‍होंने कहा कि क्‍या भारत और पाकिस्‍तान हमेशा दुश्‍मन ही बने रहेंगे? अगर हम ऐसा करते हैं तो यह आने पाली पीढि़यों के साथ धोखा होगा। दोनों देशों के लोगों को आने-जाने की सुविधा मिलनी चाहिए। कादरी ने कहा कि लोगों को घंटों तक लाइन में खड़े होने से मुक्ति मिलनी चाहिए। कादरी से भारत माता की जय को लेकर भारत में चल रहे विवाद पर भी सवाल पूछा गया। इस पर उन्‍होंने कहा कि देश को मां मानना अच्‍छी बात है। भारत माता की जय का नारा लगाना, वतन को मां मानना और वतन के जान भी दे देना बिल्‍कुल भी गैस इस्‍लामिक नहीं है। अपने देश को प्‍यार करने वाला हर मुसलमान यह नारा लगा सकता है। जो व्‍यक्ति समझता है कि वतन के लिए नारे लगाना इस्‍लाम के खिलाफ है तो उसे कुरान पढ़नी चाहिए।

उन्‍होंने कहा कि आम मुसलमान आतंकवाद के खिलाफ बोलता है लेकिन उसकी खबर नहीं छपती। लेकिन जब कोई बम ब्‍लास्‍ट करता है, गले काटता है तो वह खबर छपती है। आम मुसलमान आतंकवाद के खिलाफ हैं। कादरी ने क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान के साथ मिलकर तत्‍कालीन आसिफ अली जरदारी सरकार के खिलाफ मोर्चा निकाला था। उन्‍होंने यह मोर्चा 2012 और 2014 में निकाला था। इसके साथ ही उन्‍होंने आतंकवाद के खिलाफ 600 पन्‍नों का फतवा जारी किया था। क्‍या बोले थे शाहिद आफरीदी शाहिद आफरीदी ने बयान दिया था कि पाकिस्तान की तुलना में भारत में उन्‍हें अधिक प्यार मिलता है। भारत पहुंच कर प्रेस कान्‍फ्रेंस के दौरान उन्‍होंने यह बात कही थी। अफरीदी ने कहा था कि, ‘‘मुझे क्रिकेट खेलने में इतना मजा कहीं नहीं आता, जितना भारत में आता है। मैं अपने करियर के अंतिम चरण में हूं और मैं कह सकता हूं कि भारत में जितना प्यार मुझे मिला है, उसे हमेशा याद रखूंगा. हमें पाकिस्तान में भी इतना प्यार नहीं मिला है।’ उनके इस बयान पर पाकिस्‍तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। हालांकि, टीम के कोच वकार यूनुस ने सफाई दी थी कि आफरीदी यह कहना चाह रहे थे कि उन्‍हें भारत में काफी प्‍यार मिलता है। इसका मतलब यह नहीं कि पाकिस्‍तान में टीम को प्‍यार कम मिलता है।

साभार- इंडियन एक्सप्रेस से