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आयकर छापे के बाद भगोड़ा घोषित किया गया रिज़र्व बैंक के गवर्नर की पूर्व को

भोपाल अदालत के विशेष न्यायाधीश दिनेश प्रसाद मिश्रा ने रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की पूर्व पत्नी विभा जोशी को भगोड़ा घोषित करते हुए उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। यह वारंट बर्खास्त आईएएस दंपती अरविंद जोशी और टीनू जोशी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में सह-आरोपी होने के कारण विभा जोशी के खिलाफ कल मंगलवार को जारी किया गया है।

रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की शादी विभा जोशी से 1994 में हुई थी। उर्जित पटेल और विभा जोशी का 2003 में तलाक हो गया था। फिलहाल, विभा जोशी अमेरिका में रह रही हैं। विभा जोशी मध्य प्रदेश के पूर्व आईएएस अधिकारी एचएम जोशी की बेटी हैं, जो इस मामले में सह-आरोपी हैं। विभा जोशी इस मामले में मुख्य आरोपी बर्खास्त आईएएस अरविंद जोशी की बहन हैं।

फरवरी, 2010 में यह कपल उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब लोकायुक्त और आयकर के छापे के बाद इनके घर से इतनी अधिक नकदी मिली थी कि उसे गिनने के लिए मशीनें लगानी पड़ी थीं।

मप्र में किसी आईएएस को बर्खास्त किए जाने का पहला कलंक झेलने वाले अरविंद-टीनू जोशी दंपती की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। पढ़ाई के दौरान दोनों में प्यार हुआ, फिर शादी और उसके बाद काली कमाई करने में भी दोनों एक-दूसरे के हमसफर बने रहे।
2010 से आए थे सुर्खियों में
1979 बैच के मप्र कैडर के ये दोनों अफसर उस समय सुर्खियों में आए थे, जब फरवरी 2010 में आयकर विभाग ने उनके सरकारी बंगले एवं अन्य ठिकानों पर छापा मारकर करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक नकद एवं आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति का खुलासा किया था। इसके बाद दिसंबर 2010 में लोकायुक्त पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। जांच के बाद लोकायुक्त ने जोशी दंपती के पास से 43 करोड़ 20 लाख 23 हजार 416 रुपए मिलने का दावा किया था। जबकि 10 दिसंबर 2010 तक उनकी आय एक करोड़ 32 लाख 87 हजार 595 रुपए होनी थी। इस तथ्य का चालान में प्रमुखता से जिक्र किया गया था।
रिटायरमेंट से पहले लगा बर्खास्तगी का कलंक
लंबी खींचतान के बाद केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय ने मध्य प्रदेश काडर 1979 बैच के IAS अधिकारी अरविंद जोशी और टीनू जोशी को बर्खास्त किया था। प्रदेश में किसी आईएएस दंपती को बर्खास्त किए जाने का मामला पहला है। इसके पूर्व आईएएस रमेश थेटे को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया गया था। जोशी दंपती ने शायद अपने जीवन में ऐसा कभी नहीं सोचा होगा कि वे रिटायरमेंट के ऐन वक्त पर बर्खास्तगी का कलंक झेलेंगे। टीनू जोशी अगस्त 2014 और अरविंद जोशी नवंबर 2014 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। पढ़ाई के दौरान इन दोनों में प्यार हुआ। उसके बाद इन्होंने शादी कर ली। बाद में काली कमाई अर्जित करने में भी साथ-साथ रहे। यह भी दिलचस्प है कि करप्शन के मामले में बर्खास्त भी दोनों एक साथ हुए।

काली कमाई का खेल…
ऐसा कहा जाता है कि जोशी दंपती ने रियल एस्टेट और शेयर बाजार में इतना अधिक पैसा लगा रखा था कि वे इस मामले में बड़े-बड़े धुरंधरों को भी धूल चटा सकते हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव अवनी वैश और लोकायुक्त पीपी नावलेकर को सौंपी 7,000 पन्नों की रिपोर्ट में आयकर विभाग ने इस बात का पूरा ब्योरा दिया था कि जोशी दंपती का पैसा कहां-कहां लगा है।

साभार- दैनिक भास्कर से