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भारतीय नेतओं को समर्पित-त्वमेव भ्रष्टम, निकृष्टम त्वमेव

त्वमेव भ्रष्टम, निकृष्टम त्वमेव
त्वमेव धूर्तम, दुष्टा त्वमेव
त्वमेव निर्बुध्दि, दुर्बुध्दि त्वमेव
त्वमेव सर्व पाप मूलं भ्रष्टम श्रेष्ठम

संस्कृत का मूल श्लोक जिस पर ये पैरोडी बनाई गई है

त्वमेव माता च पिता त्वमेव,
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव,
त्वमेव विद्या, द्रविणं त्वमेव,
त्वमेव सर्वं ममः देवदेवा ||