Friday, April 19, 2024
spot_img
Homeखबरेंमाननीय न्यायमूर्ति ने उस दिन क्या किया था!

माननीय न्यायमूर्ति ने उस दिन क्या किया था!

'मैंने उन्हें दूर हटाने की कोशिश की, उन्होंने मेरे हाथ को चूमा, फिर उन्होंने कहा कि वे मुझसे प्यार करते हैं। मुझसे रूम शेयर करने के लिए कहा।' ये बयान यौन उत्पीड़न मामले में सेवानिवृत्त न्यायाधीश एके गांगुली के खिलाफ पीड़ित प्रशिक्षु महिला वकील ने सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति के समक्ष दर्ज करवाएं हैं। एक अंग्रेजी समाचार पत्र में प्रकाशित पीड़िता के बयान में सेवानिवृत्त न्यायाधीश गांगुली पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

समिति के समक्ष दर्ज पीडि़ता के बयान के अनुसार 24 दिसंबर 2012 को पूर्व जस्टिस गांगुली के साथ वह होटल ली मेरिडियन के कमरे में थी। पूर्व जस्टिस गांगुली ने उसे शराब पीने के लिए कहा, उसके मना करने पर भी उन्होंने इस बात को दोहराया। पूर्व जस्टिस ने उस दौरान न केवल शराब पी, बल्कि एक गिलास में भरकर जबरन मुझे भी देने की कोशिश की। उन्होंने मुझसे रात को वहीं रुकने के लिए कहा, मेरे मना करने पर उन्होंने अलग कमरा बुक करने के लिए भी कहा। उन्होंने मेरे कंधे पर हाथ रखा, मेरे वहां हटने की कोशिश पर उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ा और उसे चूमा। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम्हें नहीं लगता मैं तुम्हारी तरफ आकर्षित हूं।

पीड़िता ने बयान में आगे कहा कि घर वापस जाने के लिए कहने पर उन्होंने कहा कि अभी कार्य खत्म नहीं हुआ है। मैं रात करीब 10 बजे कमरे से बाहर निकली और रिसेप्शन पर पहुंची मेरी कार अभी तक पहुंची नहीं थी। पूर्व जस्टिस गांगुली भी वहां पहुंचे और उन्होंने फोन कर कार मंगवाई। इस दौरान मुझे अकेली पाकर उन्होंने फिर कहा कि काम खत्म कर जाना। करीब 10.30 बजे कार आई और मैं अपने पीजी पहुंची। पीजी पहुंचने पर गांगुली का मुझे फोन आया और उन्होंने मुझसे घर ठीकठाक पहुंचने के बारे में पूछा। मैंने उन्हें ठीकठाक पहुंचने का जवाब देने के बाद फोन काट दिया। इसके बाद सुबह मेरे पास गांगुली का एसएमएस आया, जिसमें उन्होंने मुझसे माफी मांगी थी। मैंने एसएमएस कर उन्हें वापस काम पर न लौटने का जवाब दिया।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश एके गांगुली पर प्रशिक्षु महिला वकील की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया था। समिति ने रिपोर्ट में कहा है, 'जस्टिस गांगुली का व्यवहार आपत्तिजनक था।' हालांकि, शीर्ष न्यायालय ने यह कहते हुए आगे कार्रवाई करने से किनारा कर लिया था कि आरोपी जज घटना के समय सेवानिवृत्त हो चुके थे और महिला वकील सुप्रीम कोर्ट में प्रशिक्षु नहीं थी।

सुप्रीम कोर्ट के एक जज को कठघरे में खड़ा करने वाली महिला वकील कोलकाता की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूडिशियल साइंस से ग्रेजुएट करने के बाद एक समाजसेवी संगठन के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने जर्नल ऑफ इंडियन लॉ एंड सोसाइटी के ब्लॉग में अपने साथ हुए यौन दु‌र्व्यवहारके बारे में लिखते हुए यह भी बयान किया है कि न्यायपालिका में यह समस्या आम है। इसके अलावा उन्होंने एक साक्षात्कार में यह भी कहा है कि इसी जज ने तीन अन्य लड़कियों के साथ यौन दु‌र्व्यवहार किया। इनमें दो लड़कियों से संपर्क कर उन्होंने अपनी बात कहने के लिए प्रेरित किया, लेकिन अपने करियर पर असर पड़ने के भय से वे आगे आने को तैयार नहीं हुई।

पीड़ित महिला वकील के अनुसार वह चार और ऐसी लड़कियों के बारे में जानती हैं जो दूसरे जजों के उत्पीड़न का शिकार बनीं। इनमें से ज्यादातर तब उत्पीड़ित हुई, जब वे जजों के चैंबर में थीं, इसलिए उनके साथ उतना बुरा नहीं हुआ, जितना उनके साथ। पीड़ित महिला वकील ने अपने मामले में जज के नाम का खुलासा न करने और रिपोर्ट दर्ज न कराने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा है कि वह उनकी प्रतिष्ठा नहीं गिराना चाहतीं। उन्हें यह भी भरोसा नहीं कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हो सकेगी।

उन्होंने यह भी कहा है कि वह स्वेच्छा से होटल में जज के कमरे में गई थीं। जब बाहर निकलीं तो किसी से कुछ कहा भी नहीं। इसके अलावा कोई गवाह भी नहीं है। इसके बावजूद उन्होंने अपनी पीड़ा इसलिए बयान की, क्योंकि वह नहीं चाहतीं कि अन्य महिला वकील ऐसी स्थिति से दो-चार हों।

.

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार