Friday, April 19, 2024
spot_img
Homeदुनिया भर कीताण्डव के खिलाफ कपिल मिश्रा का शंखनाद

ताण्डव के खिलाफ कपिल मिश्रा का शंखनाद

नई वेब सीरीज ‘तांडव’ में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान और जातिगत भावनाओं को भड़काने के आरोपों के साथ एक ओर जहां सोशल मीडिया पर इस फ़िल्म को तत्काल बैन करने की मांग की जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अमेजन प्राइम वीडियो को कानूनी नोटिस भेजकर मांग की है कि वेब सीरीज ‘तांडव’ को उनके मंच से तुरंत हटा दिया जाए अन्यथा उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू की जाएगी. श्री कपिल मिश्रा ने ‘तांडव’ के अपने प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग किया है। ऐसा नहीं करने पर आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की बात कही है।

ये भी देखिये- तांडव क्यों नहीं देखना चाहिए

इससे पहले रविवार को बीजेपी नेता समेत कई संगठनों की ओर से उठे बैन करने की मांग के बीच सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अमेजन प्राइम वीडियो के अधिकारियों का तलब किया है। मंत्रालय ने अमेजन प्राइम वीडियो से सोमवार तक जवाब देने के लिए कहा है। वेब सीरीज में हिंदू देवताओं के अपमान का आरोप लगाते हुए बीजेपी विधायक राम कदम ने घाटकोपर पुलिस स्टेशन में इसके निर्माताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत दर्ज कराने के बाद राम कदम ने कहा, ”वेब सीरीज के एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”

मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, ‘मंत्रालय ने मामले (शिकायतों) का संज्ञान लिया है और अमेजन प्राइम वीडियो से स्पष्टीकरण देने को कहा है। मुंबई उत्तर-पूर्व से सांसद कोटक ने आरोप लगाया है कि ऐसे मंचों पर अक्सर हिंदू देवी-देवताओं को गलत तरीके से दिखाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों ने शिकायत की है कि ‘तांडव’ वेब सीरीज में हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया गया है।

वेब सीरीज में कई अशोभनीय बातों और प्रधानमंत्री के गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण खराब तरीके से करने को लकर मामला दर्ज कराया गया है।निर्देशक अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम की ओरिजनल कंटेन्ट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित के खिलाफ रविवार देर रात एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव की तहरीर पर लिखी गई है।

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार