Wednesday, April 24, 2024
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खलील अहमद को क्रिकेट के प्रति अपनी दीवानगी को छुपाना पड़ा था

कई बार हम सुनते हैं कि क्रिकेट के प्रति दीवानगी रखने वाले क्रिकेटरों के माता– पिता कैसे उन्हें करिअर बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन 22-वर्ष के भारतीय तेज गेंदबाज़ खलील अहमद की कहानी थोड़ी अलग है।

अहमद बताते हैं कि, “हम राजस्थान के एक छोटे से शहर टोंक के रहने वाले हैं। मेरे पिता जी कंपाउंडर थे और वे अक्सर काम पर होते थे। हम 4 भाई–बहन थे– तीन बड़ी बहनें और फिर मैं। सबसे छोटा होने की वज़ह से पिता जी के घर पर नहीं होने पर, मुझसे घर के छोटे– मोटे काम कर देने की उम्मीद की जाती थी। लेकिन मैं किसी को बिना कुछ बताए प्रैक्टिस के लिए भाग जाता था। अकैडमी में ट्रेनिंग लेने तक यह सिलसिला चलता रहा– मेरे परिवार को तो अकैडमी में मेरे दाखिले के बारे में पता भी नहीं था।”

इनके पिता, अपने बेटे की हाँ– में– हाँ मिलाते हुए कहते हैं, “किसी भी दूसरे मध्यमवर्गी माता–पिता के जैसे ही, मैं भी चाहता था कि मेरा बेटा दिल लगा कर पढ़े और डॉक्टर बने। मैं खुद एक कम्पाउंडर था, और यह बहुत बड़ा सपना था। लेकिन ये तो सिर्फ क्रिकेट ही खेलना चाहता था– और कुछ नहीं!”

अहमद की बहन ने बताया, “हम बहनें, बीच में फंसी थीं। दोपहर को जैसे ही हमारे पापा झपकी लेने लगते, खलील क्रिकेट खेलने निकल जाता। जब पापा जागते, तो गुस्सा होने लगते। आधे समय हम खलील के लौटने का इंतज़ार करते हुए पापा को शांत करते और फिर बाकी के समय खलील को समझाते कि वो पापा की बात सुना करे या कम– से–कम जब वो आस–पास हो तब पढ़ाई करने का नाटक किया करे!”

अहमद एक और मज़ेदार किस्सा बताते हैं, “मई और जून के महीने में राजस्थान में जबरदस्त गर्मी पड़ती है और हर कोई घर के भीतर ही रहता है। लेकिन मेरे दोस्त और मैं क्रिकेट खेलते रहना चाहते थे। इसलिए वो मेरे घर के बाहर आकर मेरा नाम पुकारते ताकि मैं बाहर निकल कर उनके साथ खेल सकूं। मेरे माता–पिता उनकी आवाज़ सुन लेते और डांट कर भगा देते, कहते घर जाओ और घर में ही रहो। फिर हमने ‘ब्रो’ कोड बनाया– वे मेरे घर के बाहर आकार मेरा नाम पुकारने की बजाए गाना गाते और हम पूरा दिन उस गर्मी में भी, क्रिकेट खेला करते!”

चीज़े कब से बदलने लगीं? अहमद सीनियर याद करते हुए बताते हैं, “शायद जब इसका चयन अंडर 19 के लिए हुआ, मुझे विश्वास होने लगा था कि शायद यही उसका भविष्य है। ज़ाहिर है, आज, हम इसके सबसे बड़े समर्थक हैं.. और कभी– कभी आलोचक भी!”

क्रिकेट के प्रति अहमद की दीवानगी और सभी तरह की मुश्किलों को पार करते हुए अपना सफ़र जारी से जुडे अन्य दिलचस्प किस्सों के बारे में जानने के लिए स्पाइसी पिच का नवीनतम एपिसोड देखें– आप इस एपिसोड को शनिवार, 23 मई से क्रिकबज़ की वेबसाइट के साथ–साथ एप पर भी देख सकते हैं।

लिंक: Khaleel Ahmed Episode

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