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कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर कसा तंज- पुरानी दोस्ती को नई ताकत से मत तौलो!

कुमार ने कविता पढ़ी, “वो बोले दरबार सजाओ, वो बोले जयकार लगाओ, वो बोले हम जितना बोलें तुम केवल उतना दोहराओ।”

आम आदमी पार्टी नेता और कवि कुमार विश्वास ने कविता के जरिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। साहित्य आजतक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए आप नेता ने कहा कि वो कवि हैं इसलिए जो कुछ भी कहेंगे, कविता के माध्यम से ही कहेंगे। इसके बाद उन्होंने एक कविता पढ़ी, जिसमें उन्होंने अपने पुराने मित्र केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कविता में बिना किसी का नाम लिए उन्हें ‘वे’ से संबोधित किया। विश्वास ने कहा, “पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तौलो, ये संबंधों के तुपाई है, षडयंत्रों में मत तौलो।” दूसरी कविता में उन्होंने कहा, “मेरे लहजे की छेनी से गड्ढे कुछ दबता तब, मेरे लफ्जों पर मरते थे, वो कहते हैं मत बोलो।”

कुमार विश्वास ने केजरीवाल का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें अब चुप रहने को कहा जाता है। इसके अलावा दूसरी कविता के माध्यम से उन्होंने कहा कि उन्हें कहा जाता है कि दरबार लगाओ और वही दुहराओ जो कहने को कहा जाता है। विश्वास ने सवाल खड़े किए कि कबीरदास का कोई वंशज चुप कैसे रह सकता है? उन्होंने खुद को दिनकर का भी वंशज कह मौन चुप्पी साधने से इनकार कर दिया।

कुमार ने कविता पढ़ी, “वो बोले दरबार सजाओ, वो बोले जयकार लगाओ, वो बोले हम जितना बोलें तुम केवल उतना दोहराओ।” विश्वास ने यह भी कहा कि उन्होंने इस उम्मीद के साथ राजनीति में कदम रखा था कि आमजनों के लिए कुछ नया किया जाएगा लेकिन उन्होंने जो सपने देखे थे वो राजनीति की गलियों में गुम हो गए। कविता पढ़ने से पहले विश्वास ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि उनकी कविता को आज के राजनीतिक संदर्भ में समझा जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कविता में ‘वो’ शब्द का इस्तेमाल उनके लिए किया गया है जो देश के हर राज्य की राजधानी में बैठे हैं।

गौरतलब है कि कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी में कुछ दिनों से हाशिए पर चल रहे हैं। पिछले दिनों दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जब वो भाग लेने पहुंचे थे तब विधायक अमानतुल्लाह खान के समर्थकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की थी। दरअसल, आम आदमी पार्टी ने 30 अक्टूबर को विधायक अमानतुल्लाह खान का निलंबन रद्द कर दिया था। इससे नाराज कुमार विश्वास ने कहा कि खान “केवल मुखौटा हैं” और ये उन्हें राज्य सभा सदस्य बनने से रोकने की साजिश है। दिल्ली की ओखला विधान सभा से विधायक खान को मई 2017 में पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। खान ने उस समय कुमार विश्वास पर हमला करते हुए उन्हें “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दलाल” बताया था। खान ने आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य विश्वास पर पार्टी के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया था।