Friday, March 29, 2024
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अब प्रणव मुखर्जी की पोल खोली ललित मोदी ने!

ललित मोदी ने दावा किया है कि 2010 में यूपीए सरकार में जब प्रणव मुखर्जी वित्त मंत्री थे तब उन्होंने आईपीएल बिजनस डील और पर्सनल वित्तीय लेनदेन की जांच ईडी से कराने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि यह केंद्रीय मंत्री शशि की थरूर की बर्खास्तगी में उनकी भूमिका के प्रतिशोध में था। ललित मोदी के इस खुलासे से संबधित दस्तावेज टाइस्म ऑफ इंडिया के पास हैं। इससे पहले आईपीएल संस्थापक ललित मोदी ने तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर कुछ वजहों से परेशान करने का आरोप मढ़ा था। चिदंबरम को आगे चलकर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

मुखर्जी के खिलाफ आरोप ब्रिटेन अथॉरिटीज को दिए 46 पेज के उस बयान में है जिसे ललित मोदी ने बतौर विदेशी बिजनस प्रतिनिधि के रूप में रहने की अनुमति मांगी थी। ललित मोदी ने कहा, 'मुखर्जी का कदम कांग्रेस की उस परेशानी का हिस्सा था जिसमें मैंने 11 अप्रैल, 2010 को दावा किया था कि थरूर की दिवंगत पत्नी सुनंदा पुष्कर की कोच्चि आईपीएल फ्रैंचायजी में 25 पर्सेंट इक्विटी है और इसके लिए थरूर ने बोली लगाई थी। इस खुलासे के बाद कांग्रेस मुझ पर आगबबूला हो गई थी।' ललित मोदी ने यूके अथॉरिटीज से कहा था कि कुछ दिनों बाद कोच्चि फ्रैंचायजी पर उनके ट्वीट्स आए और शशि थरूर ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, 'इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बीसीसीआई ऑफिस में छापेमारी की और उनसे पूछताछ की।'

ललित मोदी ने कहा, '21 अप्रैल तक ईडी और एजेंसी ने फॉरन एक्सचेंज, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मेरे खिलाफ जांच शुरू कर दी थी। यह जांच साउथ अफ्रीका में आयोजित आईपीएल-2 में विदेशी मुद्रा उल्लंघन से जुड़ी थी। बाद में मेरे वकील महमूद अब्बी ने बताया कि शशि थरूर के इस्तीफे के तुरंत बाद प्रवण मुखर्जी ने जांच का आदेश दिया था।' इस मामले में अब्बी से बात करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हो पाया।

कोच्चि फ्रैंचायजी में सुनंदा पुष्कर की इक्विटी का अपने ट्वीट में खुलासा करने पर बात करते हुए ललित मोदी ने कहा, 'यह कहने की जरूरत नहीं है कि इस खुलासे के कारण भारत में एक राजनीतिक भूचाल आ गया। विपक्षी पार्टी बीजेपी ने शशि थरूर से तत्काल इस्तीफे की मांग की। शुरुआत में कांग्रेस थरूर के साथ खड़ी रही पर इस्तीफे का दवाब लगतार बढ़ता गया। 18 अप्रैल, 2010 को विदेश राज्य मंत्री के पद से शशि थरूर को त्यागपत्र देना पड़ा। आखिरी में कांग्रस ने फैसला किया था कि शशि थरूर को इस्तीफा देना चाहिए। हालांकि थरूर इस्तीफा नहीं देना चाहते थे।' मोदी ने कहा, 'यह बात पक्की है कि थरूर के इस्तीफे से मेरे प्रति सोनिया गांधी और थरूर की दुश्मनी बढ़ी।

मुखर्जी की भूमिका पर मोदी ने कहा, 'यह पूरी तरह से साफ था कि थरूर के इस्तीफे से पहले ही कोच्चि के स्वामित्व के बारे में मेरे खुलासे से कांग्रेस भड़की हुई थी।' 25 अप्रैल, 2010 को मोदी को आईपीएल चीफ के पद से हटा दिया गया। ऐसा थरूर के इस्तीफे के महज एक हफ्ते बाद ही हुआ था, जबकि दो हफ्ते पहले ट्वीट के जरिए आईपीएल फ्रैंचायजी में सुंनदा के शेयर के बारे में खुलासा हुआ था। ट्राइब्यूनल को दिया मोदी का जवाब मीडिया में मौजूद है। इस हफ्ते की शुरुआत में मोदी के वकील अब्बी ने पीसी की थी। मोदी के इसी जवाब के पहले तीन पन्नों में वसुंधरा राजे सिंधिया का बतौर गवाह बयान दर्ज है। तब वसुंधरा राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष थीं। वसुंधरा ने मोदी के इमिग्रेशन ऐप्लिकेशन का समर्थन किया था।

वसुंधरा का गोपनीय बयान 18 अगस्त, 2011 की तारीख से ललित मोदी के इमिग्रेशन ऐप्लिकेशन के समर्थन में दर्ज है। राजे का अधूरा और बिना हस्ताक्षर के बयान यहां से शुरू होता है, 'मैं यह बयान ललित मोदी के किसी भी इमिग्रेशन ऐप्लिकेशन के समर्थन में दे रही हूं लेकिन इसके लिए सख्त शर्त है कि मेरी यह मदद इंडियन अथॉरिटीज को पता नहीं चलनी चाहिए।' 10 से ज्यादा पैरे में वसुंधरा के रॉयल और राजनीति बैकग्राउंड के बारे में है। राजे ने 8 दिसंबर, 2003 को राजस्थान की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले तक खुद को ग्वालियर रॉयल फैमिली का हिस्सा बताया है। वसुंधरा राजस्थान की पहली महिला सीएम बनी थीं।

मोदी ने बीसीसीआई के अंदर शुरू हुए हमलों के बारे में भी बोला। इसके साथ ही उन्होंने एन. श्रीनिवासन के साथ अपने रिश्तों के बारे में भी कहा है। मोदी ने कहा कि रिश्तों में कड़वाहट सितंबर 2007 में आईपीएल बनने के बाद से ही आ गई थी। मोदी ने कहा कि श्रीनिवासन मुझे बीसीसीआई के भीतर एक खतरे के रूप में देखने लगे थे।

मोदी ने बताया कि एन. श्रीनिवासन पी. चिदंबरम के करीबी दोस्त थे। चिदंबरम तब केंद्रीय गृह मंत्री और तमिलनाडु से लोकसभा सांसद थे। श्रीनिवासन तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन के बॉस थे। मोदी ने कहा कि श्रीनिवासन मुझे पूरी तरह से बेदखल करना चाहते थे। कोच्चि की नीलामी में थरूर के स्टेक के बारे में खुलासे के बाद से ही मेरे ऊपर खतरे के बादल मंडराने लगे थे। मोदी ने लिखित बयान के जरिए दावा किया है कि एनसीपी चीफ शरद पवार, उनके सहयोगी प्रफुल्ल पटेल और अरबपति मुकेश अंबानी ने चेताया था कि यदि वह भारत की धरती पर कदम रखेंगे तो अरेस्ट कर लिए जाएंगे।

हालांकि पटेल ने ललित मोदी के इस दावे को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरी और शरद पवार की ललित मोदी से जब भी बात हुई तो हमने भारत लौटने की सलाह दी। मोदी ने यह भी आरोप लगाया था कि मुकेश अंबानी ने उन्हें कहा था कि यदि वह भारत लौटना चाहते हैं को राजस्थान की राजनीति से दूर रहें।

साभार- टाईम्स ऑफ इंंडिया से�

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