Friday, April 19, 2024
spot_img
Homeउपभोक्ता मंचरेल्वे से ज्यादा तेज है चोरी का सॉफ्टवेअर

रेल्वे से ज्यादा तेज है चोरी का सॉफ्टवेअर

आम आदमी सुबह के समय वयस्त रूटों पर ट्रेन के टिकट क्यों नहीं बुक करावा पाते थे? इस बात का खुलासा रेलवे ने कर दिया है। रेलवे की मानें तो अब सुबह के समय व्यस्तम रूटों के ट्रेन ‌टिकट बुक करने में लोगों को ज्यादा दिक्कत नहीं होगी।

 

इंडियन एक्सप्रेस की स्टोरी के मुताबिक रेलवे ने वह कारण पकड़ लिया है जिसकी वजह से हजारों लोग सुबह टिकट नहीं बुक करवा पाते थे। टिकट बुक करवाने वाले लोगों ने ‌शिकायत की थी कि सुबह आठ बजे काउंटर पर पहुंचने के बाद भी उनके टिकट बुक नहीं होते हैं।

 

रेलवे ने आंतरिक जांच करने के बाद यह बात पकड़ी कि रेलवे की ‌टिकट बुकिंग सेवा शुरू होने के एक मिनट के भीतर ही टिकट दलाल 4,000 टिकटों पर अपना कब्जा जमा लेते हैं। आंतरिक जांच में पता चला कि दलाल लोग पैसेंजर रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर का फायदा उठा रहे थे। पैसेंजर रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर के जरिए एक दिन पहले ही‌ किसी और ट्रेन में टिकट बुक करवाके अपनी जानकारी दे देते थे।

यह जानकारी सिस्टम में फीड हो जाती थी। अगले दिन टिकट बुक करवाते समय दलाल सिर्फ अपनी ट्रेन की जानकारी देते थे और उनकी सारी जानकारी खुद-ब-खुद अपडेट हो जाती थी। इसके बाद कुछ ही सेकेंड में उनका टिकट बुक हो जाता था।

 

इस सुविधा का फायदा उठाकर दलाल राजधानी, दुरंतो और अन्य लंबी दूरी की बढ़िया ट्रेन में टिकट बुक करवा लेते थे। उनको टिकट बुक करवाने में कुछ ही सेकेंड लगते थे, क्योंकि उनकी जानकारी पहले से ही सिस्टम में फीड होती थी।

 

रेलवे बोर्ड के सदस्य (ट्रैफिक) अजय शुक्ला ने बताया कि अब इस सुविधा को शुरूआती एक घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। रेलवे ने यह जांच तब शुरू की जब उसे पता चला कि इस तरह से बहुत ज्यादा टिकट बुक किए जा रहे हैं।

 

रेल मंत्रालय ने इशारा किया है कि इस तरह के घोटाले को बुकिंग क्लर्क और अंदर के लोगों की मिलीभगत से किया जाता था। मंत्रालय ने सुनिश्चित किया है कि अब ऐसे लोगों को पकड़ा जाएगा।

 

साभार- अमर उजाला से

.

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार