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मुलायम सिंह से पंगा लेने वाले आईपीएस अमिताभ ठाकुर की कहानी

हमेशा  सुर्ख़ियों में रहने वाले पुलिस अधिकारी अमिताभ ठाकुर 92 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. सैंतालीस साल के अमिताभ का जन्म उस वक्त बिहार के बोकारो में हुआ था. शुरूआती पढ़ाई बोकारो के केंद्रीय विदयालय से पूरी करने के बाद आईआईटी कानपूर से इंजीनियरिंग किया.
  
आईपीएस बनने के बाद यूपी के सात जिलों में इन्हे कप्तान के तौर पर तैनाती मिली , जिन जिलों के एसपी रहे उनमें बस्ती, देवरिया,  बलिया, महाराजगंज, गोंडा ,ललितपुर और फीरोजाबाद शामिल हैं.
 
साल 2006 में फीरोजाबाद के एसपी रहें , इसी दौरान मुलयम सिंह यादव की नाराजगी के चलते इनका तबादला कर दिया गया. कभी किसी बड़े जिले में इन्हे कप्तान के तौर पर तैनाती नहीं मिली.
 
साल  2006 में अमिताभ ठाकुर को डीआईजी, और साल 2010 में इन्हे आईजी के पद पर प्रमोशन मिलना था. लेकिन गोंडा में कप्तान रहते शस्त्र लाइसेंस में धांधली के मामले में विभागीय जांच इनके खिलाफ हुयी.  जिसके चलते पिछले मायावती राज में इनको पांच साल कोई प्रमोशन नहीं दिया गया.  इसके बाद अमिताभ मामले को साल 2011 में  CAT में ले गए.  एक लम्बी लड़ाई लड़ी और आखिरकार अखिलेश सरकार ने साल 2013 में इनका डाइरेक्ट प्रमोशन एसपी से आईजी के पद पर कर दिया.
 
प्रमोशन के बाद इन्हे आईजी रूल्स मैन्युअल बनाया गया , जिसके बाद इनका तबादला आईजी सिविल डिफेंस के पद पर कर दिया गया. नौकरी के दौरान कई गैर विभागीय कामों में शामिल होने के आरोप इन पर लगे.
 
इन्होने कई RTI भी सरकारी कार्यो के लिए दाखिल की, कई पीआईएल किये जिनमे कुछ में कोर्ट की फटकार भी सुनने को मिली. इनके ऊपर आरोप लगता है कई मामले जो इनके विभाग से जुड़े नहीं है उनमें खुद जांच करने चले जाते हैं. कई विरोध प्रदर्शनों में भी इन्होने जमकर हिस्सा लिया.
 
अमिताभ ने सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर भी कई शिकायतें की,अवैध  खनन के माले को लेकर  इन्होने यूपी सरकार के मंत्री गायत्री प्रजापति की शिकायत लोकायुक्त से की. और बाद में कोर्ट के जरिये उनके खिलाफ मामला भी दर्ज करा दिया. 
  
परिवार में पत्नी नूतन ठाकुर , एक बेटा  और बेटी है ,नूतन खुद वकील , RTI कार्यकर्ता , सामाजिक कार्यकर्ता है , बच्चे भी कई मामलों को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटा  चुके हैं. 
 
इनके ऊपर गाजियाबाद की एक महिला ने रेप करने का आरोप लगाया है.  नूतन ने  इसकी साजिश रचने के चलते उक्त महिला , और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है.