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नव निर्माण के लिए उच्च शिक्षा में करें सार्थक निवेश – नीलू शर्मा

दिग्विजय कालेज में शिक्षा में गुणवत्ता पर कार्यशालाओं की प्रभावी श्रृंखला संपन्न 
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राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यशालाओं की श्रृंखला का समापन प्राचार्यों सहित मानविकी और कला संकाय प्राध्यापको के मध्य शिक्षा में गुणवत्ता पर व्यापक चिंतन के साथ सफलतापूर्वक हुआ। गरिमामय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा थे। विशेष अतिथि नगर निगम के चेयरमैन श्री मनोज लोढ़ा थे और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय सहायक निदेशक डॉ.सरोज कुमार मिश्रा थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.आर.एन.सिंह ने की। दूसरे सत्र के आमंत्रित वक्ता शासकीय साइंस कालेज के प्रो विकास पंचाक्षरी थे। 

प्राचार्य डॉ.आर.एन.सिंह ने सत्र के आगाज़ करते हुए प्रास्ताविक उद्बोधन में बताया कि उच्च शिक्षा की अपेक्षाएं अब वैश्विक धरातल पर उभर रही हैं। गुणवत्ता, क्षमता और कुशल प्रबंधन समय की बड़ी मांग है। उन्हें जानने, समझने और संसाधनों का उपयोग का संस्थाओं को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए यह कार्यशाला आयोजित की गई है। अतिथियों का स्वागत संयोजक प्रोफ़ेसर के.एन.प्रसाद, डॉ.शैलेन्द्र सिंह, प्रो सुरेश पटेल और श्री राजू खूंटे ने किया स्वागत किया। 

महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.चन्द्रकुमार जैन ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रारम्भ में प्राचार्य डॉ.आर.एन.सिंह और महाविद्यालय परिवार ने नव नियुक्ति पर श्री नीलू शर्मा का उनकी मातृ संस्था में भावभीना सम्मान किया गया। श्री शर्मा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन किया। पश्चात अपने सारगर्भित सम्बोधन में उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की केंद्र प्रवर्तित वृहत योजना और रूसा के तहत दी जा रही सुविधाओं तथा वित्तीय सहायता का सदुपयोग कर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव संभव है। इसलिए उच्च शिक्षा में सार्थक निवेश करें। श्री शर्मा ने नम्र भाव पूर्वक कहा कि उनके जीवन निर्माण में माता-पिता और परिवार के साथ गुरुजनों का अमूल्य योगदान है। अच्छे कार्यों के लिए वे सदैव उपलब्ध रहेंगे। 

कार्यक्रम में भारत सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम में कार्यशाला को शुमार करते हुए उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप प्रभावी चर्चा भी गई। इस सिलसिले में शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय के प्रो विकास पंचाक्षरी ने गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए वेब संसाधन पर आधारित प्रेसेंटेशन में उपयोगी जानकारी दी। डॉ.जैन ने आगे बताया कि प्रथम सत्र में शिक्षा, समाज विज्ञान, पत्रकारिता व प्रबंधन के क्षेत्र में उपलब्धि व विशेष अनुभव रखने वाले डॉ.सरोजकुमार मिश्रा ने कहा सिर्फ उपाधियों तक सिमटी व्यवस्था को बदलने और नवाचारों की बल देने आवश्यकता प्रतिपादित की और कहा हम ज्ञान आधारित ऐसे समाज का निर्माण करें जो जिंदगी की जरूरतों और मानवीय मूल्यों के निकट रहे। उन्होंने शिक्षण और सूक्ष्म शिक्षण की बारीकियों के साथ-साथ शिक्षण कर्म को अधिक पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने के मद्देनज़र उन्होंने कई विचारोत्तेजक बिंदु उठाये।  डॉ.मिश्रा ने बताया कि  इग्नू अध्ययन से वंचित लोगों के लिए लाइफ लाइन के सामान है। दूसरी तरफ यहां अतिरिक्त शैक्षणिक योग्यता विकसित करने के लिए भी अनेक कोर्स चलाये जा रहे हैं। 
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