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स्व. अब्दुल कलाम के दस सूत्र जो जीवन बदल सकते हैं

‘सबसे उत्तम कार्य क्या होता है? किसी इंसान के दिल को खुश करना, किसी भूखे को खाना देना, जरूरतमंद की मदद करना, किसी दुखियारे का दुख हल्का करना और किसी घायल की सेवा करना’। ये अनमोल वचन थे भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन अब्दुल कलाम के, जिन्होंने भारत का सर्वोच्च पद संभाला, जिन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान मिला। लेकिन उन्होंने कभी अपने पद की शक्ति का अहंकार नहीं किया। वो हमेशा लोगों की सेवा के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने ‘देश सेवा’ और लोगों की सेवा को ही अपना पहला और अंतिम लक्ष्य बना लिया था और उसी पथ पर वो जीवनभर चलते रहे।

उन्होंने अपने जीवनकाल में कई ऐसे अनमोल और प्रेरणादायी वचन कहे हैं, जिन्हें अगर आप आत्मसात कर लें यानी अपनी आत्मा में बिठा लें तो यकीन मानिए इससे आपका भविष्य तो उज्ज्वल होगा ही, साथ ही आपके जीवन को भी ये बेहतर बना देगा। तो चलिए जानते हैं अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर उनके 10 अनमोल और प्रेरणादायी वचन…

1. ऊंचाई तक जाने के लिए शक्ति अर्थात योग्यता की आवश्यक्ता होती है, चाहे वो ऊंचाई एवरेस्ट की हो या आपके करियर की।

2. मुश्किलें जिंदगी का हिस्सा हैं। उसके कारण जिंदगी को समाप्त नहीं किया जा सकता, लेकिन स्वयं की मदद करें जिससे आप अपनी ताकत को जान सकें। मुश्किलों को भी पता चलने दो कि उसके लिए आप कितने मुश्किल हैं।

3. इंसान को जीवन में मुश्किलों की जरूरत है, क्योंकि यही मुश्किलें सफलता का सुख अनुभव कराती हैं।

4. हमें उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए और न ही खुद को हारने की अनुमति देनी चाहिए।

5. किसी सपने को पूरा करने के लिए सपने देखना जरूरी है।

6. अपने मिशन में सफल होने के लिए हमें अपने लक्ष्य की ओर एकाग्रचित होकर कार्य करना चाहिए। सफलता जरूर मिलेगी।

7. अंग्रेजी बहुत आवश्यक है। वर्तमान समय में विज्ञान संबंधी मूल ज्ञान अंग्रेजी में ही मौजूद हैं। लेकिन मुझे विश्वास है कि कुछ दशक बाद हमारी भाषा में भी विज्ञान का मूल ज्ञान होगा और उस समय हम भी जापानियों जैसे परिवर्तन कर पाएंगे।

8. धर्म की स्थापना के लिए किसी को मारना, किसी धर्म में इसका उल्लेख नहीं है।

9. भगवान जो हमारे निर्माता हैं, उन्होंने हमारे मन, दिमाग और व्यक्तित्व को कई शक्तियां और योग्यता दी हैं। प्रार्थना हमें अपनी शक्तियों को बढ़ाने में हमारी मदद करती है, इसलिए प्रार्थना करें।

10. एक अच्छी किताब सौ दोस्तों के समान है, पर एक अच्छा दोस्त पूरे पुस्तकालय (लाइब्रेरी) के बराबर होता है। इसलिए बेहतर है कि एक अच्छा दोस्त बनाएं।