Friday, March 29, 2024
spot_img
Homeपाठक मंचशर्मनाक, भारत सरकार चला रही है ब्रिटिश इंडिया कंपनी!

शर्मनाक, भारत सरकार चला रही है ब्रिटिश इंडिया कंपनी!

सेवा में,
निदेशक (शिकायत)
राजभाषा विभाग,
गृह मंत्रालय, भारत सरकार
नई दिल्ली

विषय : प्रतीक-चिह्नों और चिह्नों की रचना में राजभाषा सम्बन्धी प्रावधानों के उल्लंघन की शिकायत

महोदय,
भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों/निकायों द्वारा प्रतीक-चिह्नों और चिह्नों की रचना में राजभाषा सम्बन्धी प्रावधानों का निरंतर उल्लंघन किया जा रहा है, आप से अनुरोध है कि निम्नलिखित के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए इनके प्रतीक-चिह्नों में राजभाषा अधिनियम के अनुसार हिन्दी को प्राथमिकता के आधार शामिल करने के लिए निर्देश जारी करें:

अंग्रेजी चिह्न वाले सार्वजनिक बैंक (बैंकों ने नाम भी केवल अंग्रेजी में रखे हैं, चूँकि ये सभी अंग्रेजों द्वारा स्थापित किए गए थे):
1. यूनियन बैंक ऑफ़ इण्डिया (केवल अंग्रेजी अक्षर यूएन एवं यूबीआई)
2. बैंक ऑफ़ इण्डिया (सितारे के साथ अंग्रेजी अक्षर बीओआई का हर जगह इस्तेमाल)
3. कारपोरेशन बैंक (प्रतीक-चिह्न में हिन्दी का प्रयोग, अंग्रेजी के बाद किया गया है, 1992 के निर्देश का उल्लंघन)
4. आईडीबीआई बैंक (प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
5. बैंक ऑफ़ बड़ौदा (केवल अंग्रेजी अक्षर बीबी)
6. आंध्रा बैंक (केवल अंग्रेजी अक्षर एबी)
7. ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स (अंग्रेजी के अक्षर देवनागरी से ऊपर इस्तेमाल हुए हैं)

आयोग/निकाय/संस्थान/प्रतिष्ठान/निगम:
1. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (केवल अंग्रेजी अक्षर सीसीआई)
2. आइबीपीएस (इंस्टीट्यूट ऑफ़ बैंकिंग पर्सोनेल सिलेक्शन: बैंक कर्मचारी चयन संस्थान): अंग्रेजी को महत्त्व और प्रधानता दी गई है, संस्थान नाम भी केवल अंग्रेजी में रखा गया है.
3. दिल्ली पुलिस (हिन्दी की अक्षरों का अंग्रेजी का बाद प्रयोग एवं संक्षेपाक्षर ‘दिपु’ के स्थान पर केवल अंग्रेजी के ‘डीपी’ को प्रधानता दी गई है)
4. भारत संचार निगम लिमिटेड (केवल अंग्रेजी अक्षरों BSNL- connecting India का प्रयोग)
5. महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड (केवल अंग्रेजी अक्षरों MTNL का प्रयोग)
6. न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एक-दो अपवाद छोड़कर प्रतीक-चिह्न के नीचे केवल अंग्रेजी में एनपीसीआईएल ही प्रयोग होता है)
7. कोल इण्डिया (प्रतीक-चिह्न में अंग्रेजी को महत्त्व दिया गया है- चिह्न में आदर्श वाक्य केवल अंग्रेजी में प्रयुक्त हुआ है)
8. स्टैंडिंग कारपोरेशन ऑफ़ पब्लिक इंटरप्राइजेज (स्कोप)- (नाम केवल अंग्रेजी में रखा गया है, प्रतीक-चिह्न भी केवल अंग्रेजी में)
9. राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (प्रतीक-चिह्न में अंग्रेजी को हिंदी से पहले इस्तेमाल किया गया है)
10. एयर इण्डिया (नाम केवल अंग्रेजी में रखा गया है, एयर इण्डिया एक्सप्रेस सेवा में ‘एक्सप्रेस केवल अंग्रेजी में ही प्रयुक्त होता है)
11. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (प्रतीकचिह्न चित्रात्मक है पर उसके नीचे हमेशा अंग्रेजी में नाम लिखा जाता है)
12. एंड्रयु यूल समूह (केवल अंग्रेजी अक्षरों का प्रयोग)
13. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार के तहत बामर लॉरी एंड कंपनी लिमिटेड (प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
14. ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन(देश की आज़ादी के बाद भी कंपनी का नाम ब्रिटिश इण्डिया’ शर्मनाक है )(प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
15. बर्न स्टैंडर्ड कंपनी लिमिटेड (प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
16. सीएमपीडीआई (कोल इण्डिया की अनुषंगी) (प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
17. चेन्नै पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हिन्दी अंग्रेजी के लिए अलग-२ लोगो)
18. कोचीन शिपयार्ड (प्रतीक-चिह्न में हिन्दी का प्रयोग अंग्रेजी के बाद किया गया है)
19. ड्रेजिंग कार्पोरेशन ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (प्रतीक-चिह्न केवल अंग्रेजी में )
20. भारतीय जीवन बीमा निगम ने प्रतीक-चिह्न में अंग्रेजी के LIC को हिंदी से ज्यादा महत्त्व दिया है और हिंदी से पहले प्रयोग किया है 1992 के नियम का उल्लंघन।

स्वायत्त निकाय :
1. कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा स्थापित आइआइसीए नाम और प्रतीक-चिह्न अंग्रेजी में
2. कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा स्थापित “नेशनल फाउंदेशन फॉर कॉर्पोरेट गवर्नेंस” नाम और प्रतीक-चिह्न अंग्रेजी में

आपके द्वारा तुरंत सकारात्मक कार्यवाही की अपेक्षा है.

धन्यवाद सहित

भवदीय
भवदीय,
सीएस. प्रवीण कुमार जैन,
कम्पनी सचिव, वाशी, नवी मुम्बई – ४००७०३.
Attachments area

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार